मोशन कोचिंग उड़ा रहा गाइडलाइन की धज्जियां : 13 वर्ष के छात्रों को भी कोचिंग, 16 वर्ष की उम्र तथा माध्यमिक परीक्षा के बाद ही प्रवेश का नियम
मोशन कोचिंग की यूनिफार्म पहन कर जाते हैं
उसकी एक क्लास में ही पचास से ज्यादा बच्चे हैं। यह सभी बच्चे मोशन कोचिंग की यूनिफार्म पहन कर जाते हैं।
कोटा। कोचिंग नगरी में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या व आत्महत्या के प्रयास जैसे प्रकरण रोकने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार अथक प्रयास कर रही है। केन्द्र की गाइड लाइन जारी होने व प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद कोटा का मोशन कोचिंग संस्थान इस गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहा है। वह गाइडलाइन की अवहेलना कर छोटी क्लासों से ही बच्चों को कोचिंग पढ़ा रहा है। जबकि गाइडलाइन के अनुसार दसवीं कक्षा के बाद और 16 वर्ष से अधिक की उम्र के बच्चों को ही कोचिंग संस्थानों में पढ़ाया जा सकता है।
इससे कम उम्र के बच्चों को कोचिंग में पढ़ाना पूर्ण रूप से गाइडलाइन की अवहेलना है। वर्ष 2024 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के उच्चतर शिक्षा विभाग ने कोचिंग केन्द्रों के विनियमन के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे लेकिन मोशन कोचिंग संस्थान दो सौ से ज्यादा छोटी उम्र के बच्चों को रानपुर स्थित कोचिंग में पढ़ा रहा है। उसकी एक क्लास में ही पचास से ज्यादा बच्चे हैं। यह सभी बच्चे मोशन कोचिंग की यूनिफार्म पहन कर जाते हैं।
यूं हो रही गाइडलाइन अवहेलना की पुष्टि
मोशन कोचिंग का छात्र दिलीप बंजारा 27 फरवरी से लापता है। जो 8वीं क्लास का छात्र था। छात्र के पिता ने बताया कि उसका पुत्र दिलीप बंजारा मोशन कोचिंग संस्थान में पढ़ता था वह परीक्षा देने के लिए घर से निकला था। संस्थान में वह पिछले सात-आठ माह से पढ़ रहा था। छात्र के पिता महेन्द्र बंजारा की ओर से रानपुर थाने में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट से भी यह साबित हो रहा है कि मोशन कोचिंग संस्थान गाइडलाइन की अवहेलना कर 16 साल से कम उम्र के बच्चे को कोचिंग पढ़ा रहा है। गाइड लाइन के अनुसार माध्यमिक परीक्षा पास का ही कोचिंग नामांकन कर सकता है जबकि लापता छात्र दिलीप बंजारा अभी 8 वीं क्लास में ही पढ़ रहा है।
नहीं दिया कोई जवाब
मोशन कोचिंग संस्थान के निदेशक नितिन विजय को हमने फोन कर व वाट्सअप मैसेज कर इस मामले में उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
कोचिंग का छात्र दो दिन से लापता
कलम का कुआं निवासी महेन्द्र बंजारा ने बताया कि उनका 13 वर्षीय पुत्र दिलीप बंजारा रानपुर रीको स्थित मोशन कोचिंग में पढ़ता है। वह 27 फरवरी को सुबह 9.30 बजे घर से कोचिंग जाने के लिए निकला था। लेकिन वापस घर नहीं आया। इस पर जब कोचिंग में जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि वह कोचिंग ही नहीं पहुंचा। उसके बाद सभी जगह पर उसकी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला। इस पर महेन्द्र ने रानपुर थाने में रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में बताया कि दिलीप आॅटो टैम्पो से केवल नगर से जगपुरा आता जाता है। उसने कोचिंग की ड्रेस व सफेद जूते पहन रखे हैं। उसका रंग गेहुंआ है। कद 4.5 फीट है। थानाधिकारी राम विकास मीणा ने बताया कि महेन्द्र बंजारा की रिपोर्ट पर मामला बीएमएस की धारा 137(2) का होने पर मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। सीसीटीवी भी खंगाले जा रहे हैं।
मेरा लड़का मोशन कोचिंग संस्थान में पढ़ता है। 27 फरवरी को वह कोचिंग में नहीं पहुंचा तो कोचिंग से फोन आया कि बच्चा एक्जाम देने नहीं आया। उसके बाद से उसे लगातार ढूंढ रहे हैं। बच्चे का अब तक पता नहीं चला है। अकेले उसकी क्लास में पचास से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं।
- महेन्द्र बंजारा लापता छात्र के पिता
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