नगर निगम कोटा उत्तर खरीदेगा 400 हाथ गाड़ियां

पहले वाले लाखों के रिक्शा ठेले हुए कबाड़

नगर निगम कोटा उत्तर खरीदेगा 400 हाथ गाड़ियां

नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण में घर-घर कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है।

कोटा। नगर निगम पहले जहां सफाई संसाधनों की कमी से जूझ रहा था। वहीं नया बोर्ड बनने के बाद करोड़ों रुपए के संसाधन क्रय कर उस कमी को तो पूरा किया ही साथ ही  अब इनकी संख्या क्षमता से भी अधिक हो गई है। ऐसे में अब नगर निगम कोटा उत्तर 400 हाथ गाड़ियां और खरीदगा। जबकि पहले खरीदे गए लाखों के रिक् शा ठेला  बिना उपयोग के ही कबाड़ हो गए। नगर निगम के पिछले बोर्ड में घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था शुरू की गई थी लेकिन उस समय नगर निगम में सफाई के पर्याप्त संसाधन नहीं थे। जिससे निगम को सफाई के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। वर्तमान में कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण निगम में दो बोर्ड बनने के बाद दोनों निगमों में सफाई से लेकर फायर तक के संसाधनों की इतनी अधिक खरीदी की गई कि उन्हें गैराज में रखने तक की जगह नहीं बची। नगर निगम ने टिपरों से लेकर रोड स्वीपर मशीन तक खरीदी। ट्रेक्ट्रर ट्रॉली से लेकर जेटिंग मशीनें तक क्रय की। हालांकि निगम के सफाई बेड़े में जितने भी संसाधन हैं उनमें से अधिकतर डीएलबी से भी कोटा भेजे गए हैं। लेकिन हालत यह है कि निगम को अब सफाई के संसाधनों की कमी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। 

वार्डों में कचरा संग्रहण के लिए हाथ गांिड़यां
नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण में घर-घर कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में टिपरों का उपयोग किया जा रहा है। कोटा उत्तर के सभी 70 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड में 3-3 टिपर कचरा संग्रहण कर रहे हैं। वहीं कोटा दक्षिण के 80 वार्डों में से प्रत्येक में दो-दो टिपर लगे हुए हैं।  इसके बावजूद नगर निगम कोटा उत्तर की ओर से वर्तमान में करीब 400 हाथ गाडिंयां खरीदी जा रही हैं। जिनकी निविदा प्रक्रिया जारी की जा चुकी है।  लाखों रुपए से क्रय होने वाली  इन हाथ गाड़ियों का उपयोग उन वार्डों में किया जाएगा। जहां कचरा संग्रहण के लिए निगम के वाहन नहीं जा पा रहे हैं। 400 में से हर वार्ड में 5-5 हाथ गाड़ियां दी जाएंगी। जबकि शेष को रिजर्व में रखा जाएगा। 

टिपर की तरह की सुविधा
नगर निगम की ओर से वर्तमान में कचरा संग्रहण कार्य में लगे टिपरों में जिस तरह से गेीला व सूखा कचरा अलग-अलग डालने की सुविधा है। उसी तरह की सुविधा उन  रिक् शा ठेलों में भी है। लेकिन उनका उपयोग ही नहीं किया गया। पिछले बोर्ड को 5 साल पूरा होने के बाद एक साल प्रशासक काल रहा। उसके बाद वर्तमान बोर्ड को भी तीन साल होने वाले हैं। इतना समय होने के बाद भी न तो निगम अधिकारियों का और न ही जनप्रतिनिधियों का इस पर ध्यान है। जिससे बिना उपयोग के लिए जनता के लाखों रुपए व्यर्थ हो गए। 

सफाई कर्मियों के लिए रैन कोट भी
नगर निगम कोटा उत्तर की ओर से सफाई कर्मचारियों के लिए रैनकोट भी क्रय किए जाएंगे। पहले यह रेनकोट सिर्फ स्वास्थ्य निरीक्षकों को दिए जाते थे। लेकिन पहली बार सफाई कर्मचारियों के लिए खरीदे जाएंगे। कोटा उत्तर के 14 सौ सफाई कर्मचारियों के लिए 17 लाख के रैन कोटा क्रय होंगे। इसका भी टेंडर जारी किया जा चुका है। 

Read More प्रयागराज-लालगढ एकतरफा स्पेशल रेलसेवा का संचालन, जानें समयसारणी

करीब 21 लाख के रिक्शा ठेले हुए कबाड़
नगर निगम के तत्कालीन बोर्ड में सफाई व कचरा संग्रहण के लिए रिक् शा ठेले क्रय किए गए थे। सूत्रों के अनुसार निगम के तत्कालीन आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल के  समय में करीब 21 लाख के उन रिक् शाओं में से कुछ ही काम में आए। बाकी का उपयोग नहीं होने से उन्हें चम्बल गार्डन कैंटीन हॉल के यहां खुले में पटक दिया गया। जिससे ये बरसात, धूप व सर्दी के अलावा धूल मिट्टी में पड़े-पड़े कबाड़ हो गए। 

Read More मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघिन एमटी-8 का सफल रेस्क्यू : साठ घंटे बाद कनकटी ट्रैंकुलाइज, पकड़ कर एनक्लोजर में वापस छोड़ा

नगर निगम कोटा उत्तर में कचरा संग्रहण के लिए 400 हाथ गाड़ियां खरीदी जाएंगी। उनका उपयोग ऐसे वार्डों में किया जाएगा जिनमें निगम के वाहन नहीं पहुंच रहे हैं। हर वार्ड में 5-5 हाथ गाड़ियां दी जाएंगी। निगम बोर्ड से इसका अनुमोदन हो चुका है। चम्बल गार्डन कैंटीन हॉल क सामने जो रिक्शा ठेले हैं वह नगर निगम कोटा दक्षिण के हैं। वहीं सफाई कर्मचारियों के लिए पहली बार रैनकोटा भी खरीदे जाएंगे। 
- तनुज शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम कोटा उत्तर 

Read More चांदी धड़ाम और सोना महंगा : चांदी 3600 रुपए सस्ती और शुद्ध सोना 1200 रुपए महंगा, जानें क्या है भाव 

नगर निगम का वर्तमान बोर्ड बनने से पहले के ही रिक् शा ठेले खरीदे हुए हैं। जो कई सालों से चम्बल गार्डन कैंटीन हॉल की तरफ पड़े होने से कबाड़ हो रहे हैं। पहले अधिकारियों से इनका उपयोग करने के संबंध में कहा जा चुका है। जिन वार्डों में वाहन नहीं पहुंच रहे वहां छावनी व विज्ञान नगर समेत कई वार्डों में इनका उपयोग हो सकता है। लेकिन अधिकारियों का ध्यान ही नहीं है। 
- राजीव अग्रवाल, महापौर  नगर निगम कोटा दक्षिण

Post Comment

Comment List

Latest News

13000 करोड़ के घोटले के आरोपी मेहुल चौकसी को बेल्जियम कोर्ट से बड़ा झटका, भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर याचिका खारिज, जानें पूरा मामला 13000 करोड़ के घोटले के आरोपी मेहुल चौकसी को बेल्जियम कोर्ट से बड़ा झटका, भारत में प्रत्यर्पण के खिलाफ दायर याचिका खारिज, जानें पूरा मामला
बेल्जियम की सर्वोच्च अदालत ने पीएनबी घोटाले के आरोपी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील खारिज...
देवनानी–धनखड़ की शिष्टाचार भेंट : ऑपरेशन सिंदूर पुस्तक तथा राजस्थान विधानसभा का स्मृति-चिह्न भेंट कर किया सम्मानित, लोकतांत्रिक मूल्यों पर हुई चर्चा
इजरायल, मिस्र के बीच ऐतिहासिक गैस निर्यात समझौता
जूते चप्पलों के गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों रुपये का माल जलकर खाक
खडगे-प्रियंका का केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप, मनरेगा खत्म करने की साजिश है 'वीबी-जी-राम-जी'
बंगाल एसआईआर: गड़बड़ी वाले वोटर्स की सत्यापन प्रक्रिया शुरू, मतदाताओं को सुनवाई नोटिस जारी
नुक्कड़ नाटक से गूंजा सड़क सुरक्षा का संदेश, नियमों से जुड़ा जन-जागरूकता अभियान