एक तिहाई ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट ही कर रहे काम
कोविड़ में आक्सीजन की रही थी मारामारी, चिकित्सा विभाग कर रहा तैयारी
तीनों अस्पतालों में 300 बैड किए रिजर्व।
कोटा। जिस तरह से देश व प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उसे देखते हुए केन्द्र व रा’य सरकार द्वारा चिकित्सा विभाग को अलर्ट किया गया है। कोटा में भी विभाग की ओर से तैयारियां तो की जा रही हैं लेकिन अभी भी जो कमियां हैं उन्हें सुधारा जा रहा है। प्रदेश में अब तक कोरोना के कई मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि कोटा में अभी तक तो कोई मरीज नहीं मिला है। लेकिन प्रदेश में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए कोटा में भी कभी भी पुरानी स्थिति बनने की संभावना के मद्देनजर तैयारियां की जा रही है।
चिकित्सा विभाग की ओर से दो दिन तक सरकारी अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मॉकड्रिल की गई है। जहां अभी भी पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं पाई गई है। सीएमएचओ व डिप्टी सीएमएचओ द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान मिली कमियों को सुधार के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि चिकित्सा विभाग की ओर से अपने स्तर पर तैयारियां तो की जा रही हैं। लेकिन पिछली बार कोरोना के समय में सबसे अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता महसूस हुई थी। हालांकि कोटा में उसकी व्यवस्था कर दी गई थी लेकिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। वह भी उस स्थिति में जब यहां तीनों बड़े अस्पतालों में करीब दो दर्जन ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए हुए हैं। एलएमओ की व्यवस्था है। ऑक्सीजन कंसंट्रेट काफी संख्या में मंगवाए गए थे। उनमें से काफी उपकरण व संसाधन तो पड़े-पड़े अनुपयोगी भी हो गए हैं।
एक तिहाई प्लांट कार्यशाील
प्राचार्य डॉ. संगीता सक्सेना ने बताया कि कोटा के तीनों बड़े अस्पतालों में कुल 24 जनरेशन प्लांट हैं। उनमें से एक तिहाई 8 से 9 ही कार्यशील अवस्था में है। 3 प्लांट अभी तक विभाग को हैंड ओवर ही नहीं हुए हैं। शेष जो प्लांट बंद या खराब हैं उन्हें सही करने के निर्देश दिए हुए हैं। इसके अलावा लिक्विड ऑक्सीजन सिलेंडर, आॅक्सीजन कंसंट्रेट समेत अन्य व्यवस्थाएं भी पर्याप्त मात्रा में है। लेकिन इसके आने से पहले ही सावधानी व तैयारी रखी जा रही है।
300 अतिरिक्त बैड, ऑक्सीजन पर्याप्त
कोविड की तैयारियों के बारे में मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संगीता सक्सेना का कहना है कि कोटा में अभी तक कोविड का कोई मरीज नहीं मिला है। लेकिन चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर है। विभाग द्वारा इससे निपटने की पूरी तैयारी की हुई है। उन्होंने बताया कि तीनों बड़े अस्पतालों में कुल 300 अतिरिक्त बैड तैयार किए गए हैं। जिनमें से 200 बैड न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में, 52 एमबीएस में और 48 जे.के. लोन अस्पताल में रिजर्व किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर पूरा एक अस्पताल तैयार किया जा सकता है जिस तरह से पिछली बार सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को तैयार किया गया था।
घबराएं नहीं, सावधानी रखें
उन्होंने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है। इस बार यह उतना घातक नहीं होगा।
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