टीनशेड़ के नीचे पढ़ाई, समाज के विभिन्न आयोजन होने पर पढ़ाई की छुट्टी
स्कूल में 17 में से 7 पद खाली, पर्याप्त कक्षा-कक्ष नहीं
स्कूल में एक ही टीनशेड के नीचे तीन - तीन कक्षाएं संचालित हो रही है।
कोटा। शहर के किशोरपुरा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विघालय के पास खुद का भवन नहीं होने से स्कूल जेठी समाज के परिसर में किराए पर चलाता है। भवन में कक्षा टीनशेड के नीचे चलती है,और एक ही टीनशेड के नीचे तीन से चार कक्षायें चल रही है। अभी स्कूल प्रवेशोत्सव होने के चलते स्कूल में बच्चों का प्रवेश कम ही हुआ है। वहीं वर्तमान में करीब दौ सौ से ढ़ाई सौ बच्चें अध्ययनरत है। बारिश का समय होने से कक्षाओं की दीवारों में सीलन व बदबू आ रही है। वहीं स्कूल में केवल आर्टस संकाय में हिंदी साहित्य, राजनीति विज्ञान, भूगोल होने से विद्यार्थी कम ही रूचि ले रहे है।
एक टीनशेड के नीचे दो से तीन कक्षाएं संचालित
स्कूल में एक ही टीनशेड के नीचे तीन - तीन कक्षाएं संचालित हो रही है। जिसे विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में व्यवधान उत्पन्न होता है साथ ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। बच्चें कक्षाएं चलने पर डिस्टर्ब होते हैं। टीचर क्या कह रही है कई बार सुनाई तक नहीं देता।
बारिश आई तो पढ़ाई की छुट्टी
स्कूल के हालात देखने पर पता चलता है कि यदि तेज बारिश आती है तो शायद बच्चों को एक जगह पर बैठकर उनको सुरक्षित करना बड़ी चुनौती है। वहीं बारिश के दौरान अधिकतर कक्षा आठवीं,दसवीं, बारहवीं तक की ही कक्षा चलती है। व अन्य कक्षाओं की छुट्टी करनी पड़ती है।
डर के साये में बच्चों की पढ़ाई
अभिभावकों ने बताया कि हमारे बच्चें डर के साये में पढ़ाई कर रहे है। स्कूल परिसर खुला होने से कभी बंदर आ जाते है, वहीं बारिश में स्कूल परिसर में झाड़िया ऊगी हुई जिनसे विभिन्न प्रकार के जीवजंतु आ जाते है। साथ ही टीनशेड के नीचे पढ़ाई होती है जिसे भी डर लगा रहता है।
17 में से 7 पद खाली
स्कूल में राज्य सरकार द्वारा 17 पद स्वीकृत कर रखें परंतु अभी वर्तमान में 7 पद खाली। जिनमें फर्स्ट ग्रेड टीचर हिन्दी साहित्य, सैंकण्ड ग्रेड वरिष्ठ अध्यापक के तीन पद खाली व तृतीय क्षेणी के तीन पद खाली है
विभिन्न आयोजन पर कई बार करनी पड़ती है पढ़ाई की छुट्टी
स्कूल मां सेवा समिति सेठी समाज के परिसर में चलता है। जिसमें कई बार समाज की शादी, पार्टी सहित अन्य विभिन्न आयोजन स्कूल परिसर में होते हैं। जिसे पढ़ाई की छुट्टी रहती है। जिसे पढ़ाई बाधित होती है और बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- रमेश कुमार नागर अभिभावक
स्कूल की जमीन आवंटन के लिए हम अक्टूबर 2024 से प्रयासरत है। वहंी कई बार उच्च आधिकारियों को इस समस्या के लिए अवगत करा रखा है। साथ ही अध्यापकों के खाली पदों के लिए भी हमने अधिकारियों को लिखित में दिया हुआ है।
- प्रमोद कनेरिया, प्रिंसिपल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय किशोरपुरा कोटा

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