बिल्डिंग जर्जर, डर के साये में बच्चों की पढ़ाई
विद्यालय में करीब छह सौ विद्यार्थी अध्ययनरत
स्कूल आने वाले विद्यार्थी डर के साये में इनके नीचे से ही गुजरते है जिसे हादसा होने का अंदेशा बना रहता है।
कोटा। शहर के कुन्हाड़ी के नांता में संचालित राजकीय उच्च माध्यमिक विघालय नांता महल के स्कूल भवन को शिक्षा भवन ने जर्जर घोषित कर रखा है साथ ही भवन भी जर्जर अवस्था में पिछले साल ही इसमें राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विघालय इसमें नांता महल में मर्ज जिसे सत्र 2025 -26 में करीब इसमें 600 विद्यार्थी अध्ययन करते है। किंतु अभी तक विद्यालय में करीब 15 बच्चों का एडमिशन हुआ साथ ही बच्चें एडमिशन के लिए आ रहे है। साथ ही हमारे विद्यालय के अध्यापक स्कूल में एडमिशन बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर बच्चों को मोटिवेट कर रहे है।
विघालय की बिल्डिंग जगह-जगह से जर्जर
विघालय की बिल्डिंग जगह - जगह से जर्जर हो चुकी नांता में रहने वाले कुछ अभिभावकों ने बताया कि यहां इमारत करीब सौ से ढाई सौ साल पुरानी है। जिसे जगह इमारत के छज्जे बंदरों के कूदने व बारिश के समय बिजली कड़कने से क्षतिग्रस्त हो चुके है। वहीं करीब स्कूल आने वाले विद्यार्थी डर के साये में इनके नीचे से ही गुजरते है जिसे हादसा होने का अंदेशा बना रहता है।
बारिश से दीवारों में सीलन
बारिश होने से अभी विद्यालय की बिल्डिंग के कक्षा-कक्ष में जगह -जगह से सीलन आ रही है जिसे बदबू आ रही है।
जगह-जगह उगी झाड़ियां
बिल्डिंग परिसर में जगह - जगह पर झाड़िया उगी हुई है जिसे बारिश के मौसम विद्यार्थियों को जहरीले जंतु के कटने का डर रहता है। साथ ही कई बार जहरीले जंतु विद्यालय की बिल्डिंग में आ जाते है जिसे भय का माहौल बना रहता है।
टूटे छज्जों को टीनशेड से करेंगे सुरक्षित
प्रधानाचार्य ने बताया कि जहां पर छज्जे टूटे हुए उनके नीचे चद्दर के टीनशेड लगाएं जाएं जिसे कभी छज्जा टूटता भी है तो वहां टीनशेड़ के ऊपर आकर गिरेगा जिसे कोई दुर्घटना नहीं हो सकेगी। साथ ही टूटे छज्जों के स्थान पर विद्यार्थियों को जाने से रूकने के लिए उनके नीचे रस्सी बांध दी गई साथ ही बावडी में पानी भरा होने से उसके आसपास भी तार की जालियां लगा दी गई है।
सीसीटीवी लगाए हुए
प्रधानाचार्य नेबताया कि पहले विद्यालय में पीछेकी तरह से दीवार टूटी होने के कारण आएं दिन चोरियां होती थी जिसे कई बार विद्यालय का सामान भी चोरी हो गया। जिसे बचाने के लिए विद्यालय स्टॉफ के सहयोग से चार कैमरे लगाए है।
विघालय में आर्ट्स संकाय संचालित
विद्यालय में अभी केवल आर्टस संकाय चलता है जिसमें जिसमें राजनीति विज्ञान, भूगोल, हिंदी साहित्य संचालित हो रहा है।
इनका कहना
भवन तो जर्जर पर बारिश के समय बच्चो को सुरक्षित स्थान पर ही बैठाया जाता है। और छज्जों के नीचे हमनें बेरिकेड्स लगा रखा है। ताकि कोई घटना नहीं हो।
- डॉ. मोहम्मद शरीफ, प्रधानाचार्य
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