रामपुरा कॉलेज की छात्राओं ने प्रिंसिपल पर लगाए वाट्सएप पर भद्दे कमेंट करने के आरोप, पास करवाने का प्रलोभन व फेल करने का दिखाते थे डर
जयपुर मुख्यालय से जांच कमेटी गठित होने की संभावना
सहायक निदेशक पंचौली ने बताया कि छात्राओं ने अपनी शिकायत में कहा है कि कॉलेज प्रिंसिपल कुछ छात्राओं को अपने चैंबर में ही बैठाकर रखते हैं।
कोटा। राजकीय कला कन्या महाविद्यालय रामपुरा की छात्राओं ने प्राचार्य पर बदनीयति, भद्दे मैसेज व देर रात चेटिंग करने का दबाव बनाने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं। प्राचार्य की हरकतों से परेशान छात्राओं का सब्र का बांध टूटा और गत 7 अप्रेल को आयुक्तालय के क्षेत्रिय सहायक निदेश को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। इस पर उन्होंने नोडल प्राचार्य की मौजूदगी में छात्राओं की शिकायत कॉलेज आयुक्तालय निदेशक जयपुर को भेज दी। इधर, कॉलेज प्राचार्य ने बालिकाओं के आरोप बेबुनियाद बताते हुए उनकी छवि खराब किए जाने का षड़यंत्र बताया। मामला सामने आने पर राजकीय महाविद्यालयों व शिक्षाकों में हडकम्प मच गया।
छात्राओं ने दी प्राचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत
कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय कोटा के सहायक निदेशक विजय पंचौली ने बताया कि गत 7 अप्रेल को कुछ छात्राएं नोडल प्राचार्य के साथ मेरे आॅफिस आई थीं। उन्होंने रामपुरा कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि प्राचार्य उन्हें देर रात चेटिंग करने, भद्दे कमेंट करने, परीक्षा में फेल कराने की धमकी व पास कराने का प्रलोभन देते हैं। वॉट्सऐप पर बात करने का दबाव बनाने की भी बात बताई। इस पर बालिकाओं का शिकायती पत्र को तुरंत आयुक्तालय जयपुर को भेज दिया है। अब वहां से प्राप्त दिशा निर्देशों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छात्राओं को प्राचार्य कक्ष में बिठाए रखने की शिकायत
सहायक निदेशक पंचौली ने बताया कि छात्राओं ने अपनी शिकायत में कहा है कि कॉलेज प्रिंसिपल कुछ छात्राओं को अपने चैंबर में ही बैठाकर रखते हैं। अंदर कोई नहीं आ सके, इसलिए बाहर गार्ड को बैठा देते हैं। वॉट्सऐप पर गलत तरीके से मैसेज भेजने की बात भी बताई है। इस पर आयुक्तालय निदेशक से छात्राओं की शिकायत के लिए निष्पक्ष जांच कमेटी बनाए जाने का आग्रह किया है।
फेयरवेल पार्टी में अपनी चहेती को जिताया
छात्राओं ने आरोप लगाया कि गत मार्च माह में कॉलेज में एनुअल फंक्शन हुआ था। जिसमें हमने भी भाग लिया था। मिस फ्रेशर व मिस फेयरवेल के लिए एक छात्रा सलेक्ट हुई थी लेकिन प्राचार्य ने अपनी चहेती दूसरी लड़की को मिस फे्रशर घोषित करवा दिया। उन्होंने जजों का निर्णय बदला। प्राचार्य की इस हरकत का कई छात्राओं ने विरोध भी किया था।
गत 7 अप्रेल लड़कियों की लिखित शिकायत मिली है। जिसमें रामपुरा कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ गंभीर शिकायत हैं। लड़कियों का शिकायती पत्र तुरंत उचित कार्रवाही व मार्गदर्शन के लिए आयुक्तालय मुख्यालय जयपुर भेज दिया है। बीच में चार-पांच दिनों की छुट्टियां आने से कार्रवाई का स्टेटस पता नहीं चला। अब मंगलवार से कॉलेज खुलेंगे तो आगामी कार्रवाई का पता चल सकेगा।
-डॉ. विजय पंचौली,
क्षेत्रिय सहायक निदेशक आयुक्तालय कोटा
कॉलेज की दो-चार लड़कियां हैं, जो मुझे बदनाम करना चाहती है, उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। 21 साल से मेने विभिन्न कॉलेजों में नौकरी की लेकिन इस तरह के कभी आरोप नहीं लगे। गत 25 मार्च को कॉलेज में मैंने छात्राओं के कहने पर स्वयं के खर्चे पर एनुअल फंक्शन करवाया था। जिसमें मिस फ्रेशर व मिस फेयरवेल कॉम्पिटशन करवाया था। जिसमें शिकायतकर्ता लड़कियां हार गई थी तो उन्होंने जजों के निर्णय को पक्षपाती मानते हुए मुझ पर चहेती लड़की को जिताने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने कॉलेज में हंगामा किया और मुझे बदनाम करने की धमकी भी दी थी। कॉलेज आयुक्तालय सहायक निदेशक को छात्राओं की शिकायत के बाद बयानबाजी करना गलत है, एक बार मुझे बुलाकर मेरा भी स्पष्टीकरण लेना चाहिए था।
-राजेश चौहान, प्राचार्य राजकीय कला कन्या महाविद्यालय रामपुरा कोटा
रामपुरा कॉलेज की कुछ छात्राओं ने मुझे रजिस्टर्ड डाक से शिकायती पत्र भेजा था। मैंने उन्हें सहायक निदेशक आयुक्तालय के कार्यालय बुलाकर शिकायत की पुष्टि की। इसके बाद आवश्यक जांच व मागदर्शन के लिए शिकायती पत्र आयुक्तालय जयपुर भेजा है।
-प्रो. सीमा चौहान, नोडल प्राचार्य, रामपुरा कॉलेज एवं प्राचार्य जेडीबी आर्ट्स कॉलेज
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