ढील बांध पर उमड़ी पयर्टकों की भीड़
कभी भी हादसा होने की संभावना
बांध की रेलिंग जगह-जगह से टूट जाने के कारण कभी भी कोई भी यात्री पर्यटक भीड़ अधिक होने के कारण बांध से गिर सकता है कई लोग कम तैरने वाले भी बांध में कूद कर नहाते हैं गनीमत यह रहती है कि कई लोगों की भीड़ होने के कारण उन्हें बचा लिया जाता है लेकिन कभी भी बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
बौेंली। उपखंड क्षेत्र के प्रमुख बांध में शुमार ढील बांध पर रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण प्रकृति का अनुपम दृश्य निहारने के लिए तथा ढील बांध से 50 फीट की ऊंचाई से गिरने वाले चादर के नीचे स्रान करने व पिकनिक मनाने सहित छुट्टी का लुत्फ उठाने के लिए हजारों पर्यटकों की भीड़ ढील बांध पर उमड़ी जिससे दिनभर ढील बांध पर मेला जैसा वातावरण बना रहा। रविवार को हजारों पर्यटकों की आवक को देखते हुए खाने पीने का सामान बेचने वाले दुकानदारों ने भी बांध क्षेत्र में अपनी दुकानें सजाई जहां लोगों ने पहुंचकर चाय पकौड़ी जलेबी सहित मूंगफली मक्के के भुट्टे आदि की दुकानों पर पहुंचकर अल्पाहार का भरपूर लुत्फ उठाया। कई लोग समूह में पहुंचे जहां उन्होंने चूरमा बाटी बनाकर पिकनिक का आनंद लिया। इस दौरान सैकड़ों लोग 50 फीट ऊपर से गिर रही चादर रूपी झरने के नीचे बैठकर तथा कई तैरने वाले लोगों ने बांध में डुबकी लगाकर नहाने एवं तैरने का लुफ्त उठाया । राम भरोसे है सुरक्षा व्यवस्था उपखंड के प्रमुख ढील बांध पर सुरक्षा राम भरोसे होने के कारण कभी भी हादसा होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। क्षेत्र के लोगों ने कई बार प्रशासन को सुरक्षा के लेकर सावचेत किया जा चुका है लेकिन प्रशासन ने अभी तक किसी प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई है। बांध की रेलिंग जगह-जगह से टूट जाने के कारण कभी भी कोई भी यात्री पर्यटक भीड़ अधिक होने के कारण बांध से गिर सकता है कई लोग कम तैरने वाले भी बांध में कूद कर नहाते हैं गनीमत यह रहती है कि कई लोगों की भीड़ होने के कारण उन्हें बचा लिया जाता है लेकिन कभी भी बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता। सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से बांध पर पहुंचने वाले सैकड़ों पर्यटक इधर-उधर प्लास्टिक के सामान थैलियां एवं अन्य कचरा वहीं छोड़ देते हैं जिससे पर्यावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है।

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