विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हिन्दुस्तान जिंक बनी 3.32 गुना वाटर पॉजिटिव कंपनी
1.5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
विश्व पर्यावरण दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक अब 3.3 गुना वाटर पॉजिटिव कंपनी बन गई है।
उदयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर हिन्दुस्तान जिंक अब 3.3 गुना वाटर पॉजिटिव कंपनी बन गई है। यह उपलब्धि डीएनवी बिजनेस एश्योरेंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित की गई है और 2.41 के पहले प्रमाणित सूचकांक से यह एक बड़ी उपलब्धि है।
हिन्दुस्तान जिंक ने वाटर पॉजिटिव और जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) कंपनी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है। स्वच्छ जल और स्वच्छता के संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी 6 (स्थायित्व विकास लक्ष्य) के साथ तालमेल बिठाते हुए, कंपनी ने जीरो लिक्विड डिस्चार्ज दृष्टिकोण को अपनाया है। इस प्रक्रिया में पानी और अपशिष्ट का उपचार, पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग किया जाता है, जिससे जीरो लिक्विड डिस्चार्ज पूरी तरह से समाप्त हो जाता है और शुद्ध जल पर निर्भरता काफी कम हो जाती है। विश्व पर्यावरण दिवस पर हिंदुस्तान जिंक ने अपने महत्वाकांक्षी 2030 सतत विकास लक्ष्यों एसडीजी की भी घोषणा की। इन लक्ष्यों में जलवायु परिवर्तन, जल प्रबंधन, जैव विविधता संरक्षण, जिम्मेदार सोर्सिंग, सर्कुलर इकोनॉमी, कार्यबल विविधता और सामाजिक प्रभाव जैसे विभिन्न विषयगत क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण लक्ष्य शामिल हैं। कंपनी ने 2020 की बेसलाइन से अपने संचालन में शुद्ध जल की खपत को 50 प्रतिशत तक कम करने की प्रतिबद्धता जताई है। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा कि विश्व की सबसे सस्टेनेबल मेटल और माइनिंग कंपनी के रूप में हम मानते हैं कि पानी सिर्फ एक संसाधन नहीं है - यह एक साझा विरासत है और सतत विकास का एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक है।
1.5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य :
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दुस्तान जिंक ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण अभियान शुरू किया और अपनी व्यावसायिक इकाइयों में 1.5 लाख से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया, जिससे संचालन और उसके बाहर भी पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की उसकी प्रतिबद्धता मजबूत हुई है।

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