रोबोट से इंसानों को जन्म देने की तैयारी चीन एक साल में बना देगा ऐसी तकनीक : काइवा कंपनी बना रही है दुनिया का पहला ऐसा रोबोट, प्रेग्नेंसी का सिमुलेशन कर सकेगी

प्रेग्नेंट होने वाले रोबोट की कीमत कितनी होगी

रोबोट से इंसानों को जन्म देने की तैयारी चीन एक साल में बना देगा ऐसी तकनीक : काइवा कंपनी बना रही है दुनिया का पहला ऐसा रोबोट, प्रेग्नेंसी का सिमुलेशन कर सकेगी

किसी महिला का गर्भवती होना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन क्या हो जब आप किसी प्रेग्नेंट रोबोट को देखें। नजारा बेशक चौंकाने वाला होगा, लेकिन भविष्य में आपको ये देखने को मिल सकता है

नई दिल्ली। किसी महिला का गर्भवती होना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन क्या हो जब आप किसी प्रेग्नेंट रोबोट को देखें। नजारा बेशक चौंकाने वाला होगा, लेकिन भविष्य में आपको ये देखने को मिल सकता है। हैरानी तब और ज्यादा होगी, जब ये रोबोट्स कोई छोटा रोबोट पैदा न करके, इंसान के बच्चे को जन्म देंगे। सुनने में भले आपको ये 

किसी साइंस-फिक्शन फिल्म का प्लॉट लगे, लेकिन चीन अगले एक साल के भीतर ऐसी तकनीक डवलप करने वाला है। इस तकनीक के विकसित होने से पहले ही विवाद भी शुरू हो गया है। कुछ लोग मानते हैं कि यह तकनीक में एक नई तरह की क्रांति है, जबकि कुछ का कहना है कि रोबोट बच्चा पैदा करेंगे तो इंसान में मातृत्व का भाव कैसे आएगा?

प्रेग्नेंट होने वाले रोबोट की कीमत कितनी होगी
चीनी वेबसाइट ईसीएनएस डॉट सीएन की एक रिपोर्ट बताती है कि चीन की एक टेक्नोलॉजी कंपनी काइवा दुनिया का पहला ऐसा रोबोट बना रही है, जो प्रेग्नेंसी का सिमुलेशन कर सकता है। यानी इंसान की तरह ही प्रेग्नेंट हो सकता है। यह रोबोट अगले एक साल में लॉन्च होने की उम्मीद है और इसकी कीमत 1 लाख युआन (लगभग 13,900 डॉलर) यानी 12 लाख भारतीय रुपये के आसपास होगी।

आईवीएफ-सरोगेसी से अलग तकनीक
काइवा टेक्नोलॉजी द्वारा बनाया जा रहा यह रोबोट पारंपरिक आईवीएफ या सरोगेसी से अलग है। इसमें एक खास तरह का इन्क्यूबेशन पॉड और रोबोटिक पेट होगा, जो ठीक वैसा ही माहौल या वातावरण देगा जैसा महिला के गर्भ में होता है। यह रोबोट गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म तक की पूरी प्रक्रिया को दोहराने की कोशिश करेगा। कंपनी का कहना है कि यह तकनीक उन लोगों के लिए मददगार होगी, जो सीधे बच्चा चाहते हैं।

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इन रोबोट्स को बनाने के पीछे क्या मकसद
काइवा टेक्नोलॉजी के संस्थापक और सीईओ झांग किफेंग ने बताया कि यह रोबोट खास तौर पर उन महिलाओं के लिए बनाए जा रहे हैं, जो बच्चे तो चाहती हैं लेकिन प्रेग्नेंसी की प्रक्रिया से बचना चाहती हैं। झांग ने सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से 2014 में पीएचडी की है। उनकी कंपनी 2015 में गुआंगजौ प्रांत में शुरू हुई थी। इससे पहले यह कंपनी सर्विस और रिसेप्शन रोबोट बना चुकी है। अब कंपनी को उम्मीद है कि वह इस नए प्रोजेक्ट से एक नया कीर्तिमान स्थापित कर देगी।

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लोगों का आया ऐसा रिएक्शन

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चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर इस खबर ने तहलका मचा दिया। जैसे ही ये खबर सामने आई, इसने 10 करोड़ से ज्यादा व्यूज बटोरे। कई लोग इस तकनीक को सराहते हुए कह रहे हैं कि रोबोट उन लोगों के लिए वरदान हो सकता है, जो बच्चे पैदा नहीं कर सकते। लेकिन कुछ यूजर्स ने इस तकनीक की आलोचना की। उनका तर्क है कि यह तकनीक मां बनने और आइडेंटिटी से जुड़े कानूनी सवाल खड़े करती है। रोबोट बच्चा पैदा करेंगे तो मां में मातृत्व का भाव नहीं आएगा। 

कुछ एक्स्पर्ट्स को इस बात की भी चिंता है कि रोबोट से पैदा होने वाले बच्चे पूरी तरह स्वस्थ होंगे या नहीं, क्या उनका मानसिक विकास भी ठीक वैसे ही होगा, जैसे इंसान से पैदा हुए बच्चों का होता है। बहरहाल, इन सभी सवालों के जवाब तो भविष्य के गर्त में छिपे हुए हैं।

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