भारत ने कहा, आर्मीनिया के साथ तेजस के लिए कोई बातचीत नहीं हुई, वह एसयू-30एमकेआई फाइटर जेट लेने की कोशिश में
दुबई एयर शो में तेजस क्रैश के बाद अफवाहें
दुबई एयर शो में तेजस के क्रैश के बाद यह दावा फैलाया गया कि आर्मीनिया ने भारत से तेजस खरीदने की बातचीत रोक दी है, लेकिन एक्सपर्ट्स के अनुसार यह गलत है। आर्मीनिया तेजस नहीं बल्कि भारत से एसयू-30 एमकेआई जेट खरीदने में रुचि रखता है।
येरेवन: दुबई में एयर शो के दौरान भारत के तेजस लड़ाकू विमान के क्रैश होने के बाद कई तरह की बातें सामने आई हैं। इनमें कई तेजस की डील से भी जुड़ी हैं। खासतौर से इजराइली मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में दावा किया गया है कि, दुबई क्रैश के बाद आर्मीनिया ने भारत से तेजस जेट खरीदने की बातचीत रोक दी है। हालांकि, इन दावों में सच्चाई नहीं है। एक्सपर्ट ने बताया है कि, आर्मीनिया अपने लिए तेजस नहीं एसयू-30 जेट चाहता है। कुछ प्लेटफॉर्म ने दावा किया है कि, आर्मीनिया की भारत सरकार और एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी एचएएल के साथ 1.2 अरब में 12 तेजस खरीदने की डील कैंसिल हो गई है। यह दुबई एयरशो में तेजस फाइटर जेट के क्रैश होने के बाद हुआ है। यह 24 सालों में इस एयरक्राफ्ट के हादसे का शिकार होने का दूसरा मामला है।
क्रैश को डील से जोड़ना गलत
दूसरी ओर रॉयल यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट के वाल्टर लैडविग जैसे एक्सपर्ट का कहना है कि फाइटर जेट की बिक्री जियोपॉलिटिकल असलियत से तय होती है। उन्होंने 1999 में पेरिस में रूस के एसयू-30 के क्रैश का जिक्र किया। इस क्रैश से कोई डील पटरी से नहीं उतरी। यह तेजस क्रैश के मामले में भी हो सकता है।
भारत के लिए झटका
यूरेशियन टाइम्स के मुताबिक, दुबई में सिंगल-इंजन, 4.5-जेनरेशन का लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट एमके1 हादसे का शिकार हुआ। भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट के लिए इसे बड़ा झटका माना गया है। दुबई एयरशो पेरिस और फार्नबोरो के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है, जहां से तेजस के संभावित खरीदारों को लुभाया जा सकता था। एनालिस्ट चेतावनी दे रहे हैं कि, दुबई के इस हादसे से दुनिया का तेजस पर भरोसा कम हो सकता है। यह इसलिए भी झटका है, क्योंकि इसको चीन के जे-10सीई और पाकिस्तान के जेएफ-17 ब्लॉक 111 जैसे कॉम्पिटिटर प्लेटफॉर्म के तौर पर दिखाया गया था। चीन और पाकिस्तान के जेट भी उसी मार्केट के लिए मुकाबला कर रहे हैं।
येरेवन ने रोकी डील?
आर्मीनिया की ओर से 12 तेजस जेट के लिए भारत से डील रद्द करने के दावे को भारतीय एक्सपर्ट ने खारिज किया है। भारतीय एक्सपर्ट का कहना है कि आर्मीनिया के साथ कभी भी तेजस के लिए कोई फॉर्मल बातचीत नहीं हुई। आर्मीनिया तेजस नहीं बल्कि भारत से एसयू-30एमकेआई फाइटर जेट लेने की कोशिश कर रहा है। अक्टूबर 2024 के आखिर में आर्मीनिया ने भारत के साथ एक दर्जन एसयू-30एमकेआई वेरिएंट के लिए बातचीत शुरू की थी। भारत सुखोई से लाइसेंस के तहत एचएएल फैसिलिटी में एसयू-30एमकेआई फाइटर जेट बनाता है। एनालिसिस एट रिस्क इंटेलिजेंस फर्म आरएएनई के डायरेक्टर सैम लिचेंस्टीन ने कहा है कि आर्मनिया वह एसयू-30एमकेआई खरीदने पर फोकस कर सकता है।

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