गरबा महोत्सव पर बारिश का दौर ना पड़ जाए भारी

मानसून अभी गया नहीं, गरबा पांडाल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे प्रभावित

गरबा महोत्सव पर बारिश का दौर ना पड़ जाए भारी

इस बार नवरात्रि में बारिश आने की चेतावनी ने गरबा कार्यक्रम बाधित हो सकते है। इस बार गरबा में भजन संध्या के लिए महंगे कलाकारों को बुक किया है, लेकिन बारिश का दौर चला तो कार्यक्रम में रद्द करना पड़ेगा कारण की सारे कार्यक्रम खुले मैदान में होंगे।

कोटा। नवरात्रि शुरू होने में एक दिन शेष है और इधर मानसून अभी तक सक्रिय रहने से गरबा आयोजन मंडलों लिए महारास और डांडियों का आयोजन कराने के लिए मशक्कत करनी होगी। नवरात्रि तक मानसून के सक्रिय रहने से इस बार कई गरबा पांडालों ने तो वाटर प्रूफ पांडाल तैयार कराए है।  लेकिन शहर के अधिकांश पांडाल खुले मैदान में आयोजित कराते है। ऐसे में पहले से बुक कराए भजन संध्या के कार्यक्रमों और महारास के कार्यक्रम बाधित हो सकते है। शहर में करीब चार सौ से अधिक स्थानों पर पांडाल सजे है। वहीं  नौ दिवसीय  महोत्सव के दौरान होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम बाधित होने की चिंता सता रही है। इस बार  देर तक बारिश दौर जारी रहने से करोड़ो रुपए महोत्सव बारिश का खतरा मंडरा रहा है।

जगराता और महारास कार्यक्रम हो सकते है प्रभावित
महाकाली गरबा नवयुवक मंडल के संचालक विजय कुमार ने बताया कि इस बार नवरात्रि में बारिश आने की चेतावनी ने गरबा कार्यक्रम बाधित हो सकते है। इस बार गरबा में भजन संध्या के लिए महंगे कलाकारों को बुक किया है, लेकिन बारिश का दौर चला तो कार्यक्रम में रद्द करना पड़ेगा कारण की सारे कार्यक्रम खुले मैदान में होंगे। इस बार जुनियर लक्खा सिंह सहित कई गरबा गायकों को नौ दिन के लिए बुक किया है। बारिश का दौर चला तो सारे कार्यक्रमों पर पानी फिर सकता है। 

बारिश का दौर चला तो तीन करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित
नवरात्रि के दौरान बारिश होने पर शहर में करीब तीन करोड़ का कारोबार प्रभावित हो सकता है। पांडालों में लगने वाले डीजे, डोल और कलाकारों के कार्यक्रम प्रभावित होने से आयोजकों के करीब तीन करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। कई लोगों भजन संध्या, आर्केस्ट्रा की एडवांस बुकिंग करा रखी है।बारिश रंग में भंग डाल सकती है।

देवी मंदिरों में तैयारियों को दिया अंतिम रूप
शहर के विभिन्न देवी मंदिरों में रंगरोगन और साफ सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। शहर के डाढदेवी मंदिर, आशापुरा माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, करणी माता मंदिर, नवदुर्गा मंदिर में इन दिनों साफ सफाई और रंगरोगन के कार्यो को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सोमवार को अभिजित मुहूर्त में घट की स्थापना होगी। इसको लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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