उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद ने सदन में रखा 76592.54 करोड़ रुपये का बजट

कहा- सरकार जनकल्याण को समर्पित

उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद ने सदन में रखा 76592.54 करोड़ रुपये का बजट

वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मजबूत इरादों के साथ, सतत रूप से राज्य के विकास और जनकल्याण को समर्पित है। हमारी मंजिल सशक्त उत्तराखण्ड है। हम सही दिशा में है। कर्तव्यपथ पर गतिमान है।

भराडीसैंण। उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2023 2024 के लिए 76592.54 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट सदन के पटल पर प्रस्तुत किया। अग्रवाल भोजनावकाश के बाद नेता सदन पुष्कर सिंह धामी के साथ बजट की प्रति लेकर सदन पहुंचे। गढ़वाली भाषा में बजट भाषण का शुभारंभ करते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों को लोक पर्व फूलदेई की बधाई दी।

वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मजबूत इरादों के साथ, सतत रूप से राज्य के विकास और जनकल्याण को समर्पित है। हमारी मंजिल सशक्त उत्तराखण्ड है। हम सही दिशा में है। कर्तव्यपथ पर गतिमान है। 'अग्रणी उत्तराखण्ड हमारी सरकार का विकल्प रहित संकल्प है। हमारे प्रयास फलीभूत होंगे। मैं देवभूमि की महान जनशक्ति की सामूहिक ऊर्जा से सशक्त उत्तराखण्ड के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2023 2024 के बजट अनुमान प्रस्तुत कर रहा हूं।

अग्रवाल ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल प्राप्तियां  छिहत्तर हजार पांच सौ बयानबे करोड़ चौवन लाख (76592.54 करोड़)रुपये अनुमानित हैं। जिसमें  सत्तावन हजार सत्तावन करोड़ छब्बीस लाख (रुपये 57057.26 करोड़) रुपए राजस्व प्राप्तियां तथा उन्नीस हजार पांच सौ पैंतीस करोड़ अठ्ठाइस लाख (रू. 19535.28 करोड़) रुपये पूंजीगत प्राप्तियां है। वित्त मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व  एकतीस हजार चार सौ दो करोड़ अड़तालिस लाख  ( 31402.48) करोड़ रूपये है जिसमें केन्द्रीय करों में राज्य का अंश ग्यारह हजार चार सौ उन्नीस करोड़ अस्सी लाख (रू. 11419.80 करोड़) सम्मिलित है। उन्होंने बताया कि राज्य के स्वयं के स्रोतों से कुल अनुमानित राजस्व प्राप्ति रू. चौबीस हजार सात सौ चौवालिस करोड़ एकतिस लाख (रू. 24744.31 करोड़) में कर राजस्व उन्नीस हजार नौ सौ बयासी करोड़ अड़सठ लाख (19982.68 करोड़) रुपये तथा करेत्तर राजस्व चार हजार सात सौ इकसठ करोड़ तिरसठ लाख  रुपये( 4761.63करोड़) अनुमानित है।

वित्त मंत्री ने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल व्यय सतत्तर हजार चार सौ सात करोड़ आठ लाख (77407.08 करोड़) रुपये अनुमानित है। कुल व्यय में  बावन हजार सात सौ सैंतालिस करोड़ एकहत्तर लाख ( 52747.71 करोड़) रुपये  राजस्व लेखे का व्यय है तथा चौबीस हजार छह सौ उनसठ करोड़ सैंतीस लाख (24659.37 करोड़) रुपये पूंजी लेखे का व्यय है। उन्होंने बताया कि समेकित निधि में घाटा / सरप्लस:वर्ष 2023-24 के बजट में कोई राजस्व घाटा अनुमानित नहीं है, बल्कि  चार हजार तीन सौ नौ करोड़ पचपन लाख रुपये ( 4309.55 करोड़) का राजस्व सरप्लस सम्भावित है और  नौ हजार छियालीस करोड़ इक्यानवे लाख ( 9046.91 करोड़) रुपये का राजकोषीय घाटा होने का अनुमान है, जोकि सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 2.72 प्रतिशत है। 

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उन्होंने बताया कि लोक लेखा से समायोजन वर्ष 2023-24 में समेकित निधि का घाटा पूरा करने के लिए छह  सौ करोड़ रुपये लोक लेखा से समायोजित किये जायेंगे। शेष: वर्ष 2023-24 के अनुमानित प्रारम्भिक शेष  एक सौ पैंतालीस करोड़ 66 लाख रुपये ( 145.66 करोड़) तथा वर्ष की प्राप्तियों और  व्यय पश्चात अन्तिम शेष एक सौ इक्यासी  करोड़ ग्यारह लाख ( 181.11 करोड़) रुपये धनात्मक रहना अनुमानित है।

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