अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों के इस्तीफे के मामले को लेकर विधानसभा में हंगामा
धारीवाल और प्रतिपक्ष के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ के बीच वाकयुद्ध भी हुआ
राठौड़ ने कहा कि मैं हाईकोर्ट में मिलूंगा। यह मामला स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान उठा। भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की तंजनुमा तारीफ करते हुए उन्हें ताकतवर और तेज तर्रार मंत्री बताया।
जयपुर। पिछले साल 25 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफे देने के मामले को लेकर राजस्थान विधानसभा में कुछ देर के लिए हंगामा हुआ। इसके बीच संसदीय मामलात मंत्री शांति धारीवाल और प्रतिपक्ष के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ के बीच वाकयुद्ध भी हुआ। धारीवाल ने कहा कि यह अंदर की बात है, आप नहीं जानते। इस पर राठौड़ ने कहा कि मैं हाईकोर्ट में मिलूंगा। यह मामला स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान उठा। भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की तंजनुमा तारीफ करते हुए उन्हें ताकतवर और तेज तर्रार मंत्री बताया। पारख ने हाईकमान को आंख दिखाने का उल्लेख भी किया। आसन पर बैठे सभापति जेपी चंदेलिया ने कांग्रेस हाईकमान पर किए कमेंट को सदन की कार्यवाही से डिलीट करवा दिया।
इस मामले में सदन में जमकर नोक-झोक हुई। प्रतिपक्ष के उपनेता राठौड़ ने कहा कि एक शक्तिशाली व्यक्ति को शक्तिशाली कह दिया तो क्या गुनाह कर दिया। यह पास में बैठे मंत्री इनसे जल रहे हैं। इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मेरे द्वारा किए गए काम को आप यहां डिस्कस नहीं कर सकते। अंदर क्या हुआ था, यह आपको मालूम नहीं है। गलत बात है। आप गलत बोल रहे हैं। इस पर राठौड़ ने कहा कि मुझे सब पता है। आप मुझे चुनौती मत दो। मैं हाईकोर्ट में मिलूंगा। इस तरह से सदन की कार्यवाही से डिलीट करेंगे तो फिर हम यहां क्या बोलेंगे। इससे पहले शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने ज्ञानचंद पारख को टोकते हुए कहा कि ये बार-बार हमारे हाईकमान के बारे में बोल रहे हैं। इन्होंने हाईकमान के बारे में कैसे बोला, हम हाईकमान के भक्त हैं। उनके कहने को हम मानते हैं।

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