उत्तर के वार्ड में 35 में बनी सड़कें और नालियां, काम अब भी शेष

लोगों ने कहा अतिक्रमण पर नहीं है किसी का ध्यान

उत्तर के वार्ड में 35 में बनी सड़कें और नालियां, काम अब भी शेष

वार्डवासियों को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है। पहले वार्ड में सफाई व्यवस्था बिल्कुल खराब थी लेकिन अब दोनों टाइम सफाई होती है और कचरा लेने के लिए टिपर आते हैं।

कोटा। सालों से हमारे इलाकें की एक बड़ी समस्या थी कि लिंक रोड पर लेडिज टॉयलेट नहीं था जिससे महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था लेकिन पार्षद ने आधुनिक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवाकर इस परेशानी से निजात दिलवाई है। इतना ही नहीं पार्षद को कोई भी समस्या बताओ वो खुद मौके पर आकर उसे देखते है और जितना जल्दी हो सके उसको सुलझाने का प्रयास करते हैं। यह कहना है कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड नम्बर 35 के कुछ लोगों का। वहीं कुछ लोग ये भी कहते हैं कि वार्ड के कई हिस्सों में आज भी बहुत अव्यवस्थाएं बनी हुई है। गांधी चौक की ही बात करे तो वहां लोगों के किए अतिक्रमण पर किसी का ध्यान नहीं है। ना निगम इस ओर ध्यान दे रहा है और ना जिला प्रशासन। नगर निगम उत्तर के इस वार्ड में हिन्दू धर्मशाला, ठठेरा गली, विजय पाड़ा, रामपुरा कोतवाली, अरिहन्त मार्ग, छोगा की बावड़ी, गुलाब बाड़ी, ट्रेफिक पुलिस कार्यालय, विक्रम चौक, शम्भु दूध वाला, अग्रसेन बाजार, मोरी के हनुमानजी आदि इलाकें आते हैं। इन इलाकों के कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड पार्षद ने वार्ड में अच्छे काम करवाएं हैं। वार्डवासियों को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है। पहले वार्ड में सफाई व्यवस्था बिल्कुल खराब थी लेकिन अब दोनों टाइम सफाई होती है और कचरा लेने के लिए टिपर आते हैं। पार्षद खुद वार्ड में हो रहे कार्यों की मॉनिटरिंग करते है। जहां भी कमी नजर आती है वो काम को बंद करवा देते हैं और ठीक तरीके से करवाते हैं। पहले वार्ड के कुछ हिस्सों में रोड लाइट के अभाव में रातभर अंधेरा पसरा रहता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। वही कुछ वार्डवासी बताते हैं कि पार्षद कांग्रेस के है तो काम हुए हैं लेकिन निर्माण में जो सामग्री काम में ली गई है वो गुणवत्तापूर्ण नहीं है। वार्ड की गलियों में अभी भी काम होने बाकी है। कई स्थानों पर आज भी कचरे के ढेÞर लगे नजर आ जाएंगे। साफ-सफाई टाइम पर नहीं होती है। टिपर कभी आते हैं-कभी नहीं आते है। वार्ड में कई स्थानों पर नालियों की समस्या बनी हुई है। वार्ड के कुछ इलाकों में आवारा मवेशी दिनभर सड़कों पर बैठे नजर आते हैं। रातभर श्वान लड़ते रहते हैं। वार्ड के कई स्थानों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ है। निगम का इस ओर ध्यान नहीं  हैं। केवल वहीं काम हो रहे हैं जहां या तो पार्टी या पार्षद के समर्थक रहते हैं। 

 इन इलाकों के लोग बताते हैं कि वार्ड के कई स्थानों पर सीसी रोड बन चुके हैं। वार्ड में लगभग हर जरुरत की जगह रोड लाइट लगवा दी गई हैं। कई स्थानों पर पोल भी लगे हैं। कुछ समस्याएं ऐसी है जो अभी बनी हुई हैं लेकिन उनका भी जल्द ही समाधान होने की उम्मीद है। पार्षद वार्ड में नियमित समय देते हैं। जो भी समस्या उनको बताते हैं वो उसके समाधान का पूरा प्रयास करते हैं। निगम की योजनाओं की जानकारी वार्डवासियों को बताते रहते है। नई पाइप लाइन डलवाने और वार्ड में वाटर कूलर लगवाने के बाद पीने के पानी की समस्या खत्म हो गई है। पार्क का निर्माण प्रस्तावित है। जल्द ही वार्ड में पार्क बनने की संभावना है। श्वानों समस्या जरूर बनी हुई है लेकिन इसमें पार्षद भी क्या करें जब कोर्ट ने श्वानों के पकड़ने पर रोक लगा रखी है। वार्ड पार्षद का कहना है कि जहां तक बन पा रहा है वार्ड में विकास का हर कार्य करवा रहा हंू। वार्ड के हर नागरिक की समस्या के समाधान का प्रयास करता हंू। कोशिश ये रहती है कि किसी भी व्यक्ति को समस्या को लेकर निगम नहीं जाना पड़े। जिस उम्मीद के साथ लोगों ने मुझे पार्षद बनाया है उन उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करता हूं। कुछ छोटी-छोटी समस्याएं हैं जिनका भी समाधान जल्द हो जाएगा। 

वार्ड में सड़कें बन चुकी है। नालियों के काम हो गए हैं। पार्किंग का काम हुआ है। सफाई व्यवस्था बिल्कुल बढ़िया है। पार्षद एक्टिव हैं। वार्ड के हर नागरिक की समस्या का समाधान करने का प्रयास करते है। 
-प्रशान्त जैन, वार्डवासी। 

वाटर कूलर की व्यवस्था होने के बाद पीने के पानी समस्या का लगभग समाधान हो चुका है। पर्याप्त मात्रा में रोड लाइट हैं। नई सड़कें बन चुकी है। जहां मरम्मत की जरुरत थी वहां मरम्मत भी हुई है।  कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है। सभी के काम होते हैं।                   
-अंकुर जैन, वार्डवासी। 

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