घट रहा जंगल का आकार, वन विभाग लाचार

जंगलों में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन कार्य

घट रहा जंगल का आकार, वन विभाग लाचार

केलवाड़ा क्षेत्र में सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर प्लांटेशन बनाए गए थे उसमें से आज धरातल पर प्लांटेशन गायब हो चुके हैं भू माफिया एवं अवैध खनन कतार्ओं ने उन्हें नष्ट कर दिया है।

केलवाड़ा। समरानियां, खंडेला,भंवरगढ़, केलवाड़ा वन नाका क्षेत्र के जंगलों में अवैध खनन कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। इससे पृथ्वी का स्वरूप तो बिगड़ता जा रहा है साथ ही हरे पेड़ों को भी नुकसान पहुंच रहा है। इस ओर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं इसके चलते अवैध खननकर्ताओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं। क्षेत्र के जंगलों में तीन दर्जन से अधिक की तादाद में ट्रैक्टर ट्रॉलीओं से अवैध खननकर्ता पत्थर निकाल कर बेच रहे हैं।  

सूचना के बाद भी कार्यवाही के लिए नहीं पहुंचते वन कर्मी
केलवाड़ा क्षेत्र में 4 से 5 वन नाकों  की भूमि लगीं हुई है। भू माफियाओं ने अब तक हजारों बीघा भूमि को अपना शिकार बना लिया है बुरी तरह से भूमि का स्वरूप बिगाड़ दिया है जहां पर हजारों की संख्या में पेड़ हुआ करते थे आज इनकी वजह से गहरे गहरे गड्ढे ही नजर आ रहे हैं जब भी अवैध खनन को अंजाम दिया जाता है इसकी सूचना ग्रामीणों स्थानीय वन कर्मियों देते है परंतु कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचता। जब तक भू माफिया अपने स्थान से नहीं चले जाते जब तक कोई भी वन कर्मी मौके पर नहीं पहुंचता जैसे ही भू माफिया डम्पिंग पॉइंट से चले जाते हैं उसके कुछ क्षणों में वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच जाते हैं और पृथ्वी का बिगड़ता स्वरूप को देखकर खाली हाथ लौट आते है।

क्षेत्र में दर्जनों प्लांटेशनों की चारदीवारी हुई गायब
केलवाड़ा क्षेत्र में सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर प्लांटेशन बनाए गए थे उसमें से आज धरातल पर प्लांटेशन गायब हो चुके हैं भू माफिया एवं अवैध खनन कतार्ओं ने उन्हें नष्ट कर दिया है। वन विभाग द्वारा प्लांट सन तैयार की जा रहे हैं तो दूसरी ओर पूर्व में बने प्लांटेशन नष्ट किए जा रहे हैं क्षेत्र में बहू कीमती सागवान समेत अन्य वृक्षों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है प्लांटेशन खुले रहने के कारण जानवर एवं अन्य कारणों से नए पौधे नष्ट हो रहे हैं। दर्जनों  ट्रैक्टरो की मदद से कस्बे में जाकर प्लांटेशन की चारदीवारी को दिनदहाड़े बेचा जा रहा है फिर भी वन विभाग के आला अधिकारी भू माफियाओं के आगे बोना साबित हो रहे हैं। कुछ वर्षों पहले केलवाड़ा क्षेत्र में घना जंगल हुआ करता था देखते ही देखते भू माफियाओं के सारा जंगल भेंट चढ गया।  बुजुर्ग सुरेश व मुकेश ने  बताया कि कुछ वर्षों पहले केलवाड़ा क्षेत्र में घना जंगल था आज जहां पर फसलें लहरा रही होती है वहां पर बरसात के दिनों में हरियाली नजर आती थी आज वहां पर समतल मैदान बनाकर खेती की जा रही है। इससे  अब जंगल का क्षेत्र सिमटता ही जा रहा है।

विशालकाय पेड़ों की भी हो रही कटाई
केलवाड़ा क्षेत्र में भू माफियाओं के द्वारा विशालकाय पेड़ों को ध्वस्त किया जा रहा है पेड़ों पर कुल्हाड़ियाँ क्षेत्र में थमने का नाम नहीं ले रही है जिम्मेदार इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं वन विभाग एवं चारागाह में खड़े पेड़ों को भू माफिया दिनदहाड़े ढेर करने में लगे हुए हैं ऐसा क्षेत्र में पहली बार नहीं हुआ है और ना ही यह क्रम आज तक बंद नही हुआ है लगातार वनों का विनाश का खेल दिनदहाड़े खेला जा रहा है। जिम्मेदार इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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जहां की भी अवैध खनन की सूचना मिल रही है मौके पर हमारे द्वारा टीम भेजी जा रही है। अगर कोई भी अवैध खनन को अंजाम देता मिला तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- रामकिशन नागर, फॉरेस्टर, केलवाड़ा। 

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