
अंहकारी रावण बयान पर रार; डोटासरा बोले- रावण भी विद्वान ब्राह्मण था, बौखलाहट में हैं भाजपा नेता
राठौड़ बौखलाहट में जाति आधारित टिप्पणी करते हैं
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के सीकर में दिए अंहकारी रावण वाले बयान पर पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने पलटवार कर भाजपा नेताओं पर जाति आधारित टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के सीकर में दिए अंहकारी रावण वाले बयान पर पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने पलटवार कर भाजपा नेताओं पर जाति आधारित टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
पीसीसी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राठौड़ इन दिनों बौखलाहट में जाति आधारित टिप्पणी करते हैं। रावण भी विद्वान थे और ब्राह्मण थे। इसका मतलब वे ब्राह्मण जाति पर टिप्पणी कर रहे हैं। ये कभी ओबीसी नेताओं पर टिप्पणी करते हैं तो कभी किसी दूसरी जाति को टारगेट करते हैं। राजेन्द्र राठौड़ को खुद की जीत में संशय लग रहा है, इसलिए बौखलाहट में मुझे टारगेट करते हैं। उनकी सभाओं में भीड़ नहीं आ रही इसलिए शायद वे तनाव में हैं। दावा कर रहा हूं कि राठौड़ इस बार चूरू से चुनाव नहीं लड़ेंगे, जंहा से भी लड़ेंगे वंहा से चुनाव हारेंगे। वो मूलतया चूरू के नही है और जिस चूरू की जनता ने उन्हें मान सम्मान दिया, आज उसी को छोडकर जाने की सोच रहे हैं। जनता इस बात से पीडित होकर इस बार कांग्रेस को जीत दिलाएगी। भाजपा की परिवर्तन यात्रा पर कहा कि इनकी परिवर्तन यात्राओं को जनता ने नकार दिया है। ये तो आपस में ही परिवर्तन करने में लगे हुए है। कभी सतीश पूनियां को हटाकर परिवर्तन करते हैं तो कभी वसुंधरा राजे को तय स्थान से हटाकर पीछे धकेलने में लगे रहते हैं। गजेंद्र शेखावत अध्यक्ष बनने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें भी बहुत पीछे धकेल दिया। राजेन्द्र राठौड़ सहित भाजपा नेताओं के जुबान फिसलने वाले बयानों पर कहा कि इनकी जुबान नहीं फिसली,बल्कि सच जुबान पर आ गया। इनको पहले लग रहा था कि राज आसानी से पलट रहा है, लेकिन जब जनता साथ देते नजर नहीं आई तो बौखलाहट में ऐसे आरोप लगाकर अपनी खीझ मिटा रहे हैं। आगामी चुनाव में जनता हमारी जनकल्याणकारी योजनाओं के दम पर हमें आशीर्वाद देगी और सरकार रिपीट होगी। हम 5 राज्यो में चुनाव जीतने जा रहे हैं और 2024 में इंडिया जीतेगी। ईआरसीपी मुद्दे पर कहा कि हम 25 सितम्बर से 5 दिन की यात्रा 13 जिलों में निकालेंगे। लोग हमारे साथ इसमें जुडेंगे, क्योंकि ये जनता के हक की बात है। पीएम मोदी के 25 को जयपुर दौरे पर कहा कि मोदी पहले भी 6 बार आ चुके लेकिन राजस्थान को कुछ देकर नहीं जाते। हमेशा चुनावी मोड़ में रहने वाले मोदी इस बार आकर भी ईआरसीपी पर कुछ घोषणा कर जाएं तो लोगों की बरसों पुरानी मांग पूरी होगी। मोदी सरकार की देशभर में तानाशाही को लोग देख रहे हैं। लोकतंत्र खतरे में है। जनता इनकी बातों से ऊब चुकी है और बदलाव का मानस बना लिया है।
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