स्मार्ट क्लास में अब ई-कंटेंट से मिलेगी शिक्षा
कोटा जिले को मिलेगी 316 हार्ड डिस्क, जिसमें होगा सब्जेक्ट वार ई-कंटेंट
सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर और अधिक मजबूत करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।
कोटा। सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का स्तर मजबूत करने के लिए सरकार लगातार नवाचार कर रही है। छात्रों का भविष्य संवारने की दिशा में सरकार ने एक और पहल करते हुए मिशन स्टार्ट शुरू किया है। जिसके तहत स्मार्ट क्लास रूम बनाने के साथ विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। ताकि, कठिन विषयों को सरल व रोचक तरीके से समझाया जा सके। दरअसल, जिन विद्यालयों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी है, वहां विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए उस विषय का कंटेंट रिकॉर्डेट क्लास के रूप में विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेशभर के सरकारी विद्यालयों को हार्ड डिस्क व पैन ड्राइव उपलब्ध कराई जाएगी। जिसमें कक्षा 9 से 12वीं के सम्पूर्ण विषयों का रिकॉर्डेड पाठ्यक्रम उपलब्ध होगा। इससे जहां शिक्षकों की कमी दूर होगी साथ ही विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। साथ ही उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।
शिक्षकों की कमी होगी पूरी
मिशन स्टार्ट के तहत ई-कंटेंट की सुविधा उन विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए कारगर होगी, जहां विषयवार शिक्षकों के पद खाली हो या लंबे समय से छुट्टी पर चल रहे हैं। ऐसे में अब संबंधित स्कूलों के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। बल्कि उस विद्यालय की आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासरूम में रिकोर्डेड ई-कंटेंट के जरिए डिजिटल मोड पर कक्षाएं संचालित की जाएगी। जिससे विद्यार्थियों का कोर्स भी समय पर पूरा हो सकेगा।
कोटा को मिलेगी 316 हार्ड डिस्क
समग्र शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. मोहन लाल बैरवा ने बताया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर और अधिक मजबूत करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। पढ़ाई के साथ स्कील भी बढ़े, इसके लिए स्कूली शिक्षा में नवाचार किए जा रहे हैं। कोटा जिले को 316 हार्ड डिस्क उपलब्ध होगी। जिसमें कक्षा 9 से 12वीं तक के सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का रिकॉर्डेड ई-कंटेंट होगा। इसमें विशेषज्ञों द्वारा विषयवार टॉपिक को नई तकनीक से सरलता व रोचक तरीके से समझाया गया है। हालांकि, हाल ही में स्कूलों में पहुंची स्मार्ट एलईडी टीवी में भी यह कंटेंड लोडेड हैं। जिसके माध्यम से विद्यार्थी उत्सुकता से पढ़ाई कर रहे हैं।
प्राचार्य बनाएंगे समय सारणी
शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में सभी विषयों का ई-कंटेंट उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें परिस्थितियों के अनुसार हाई डिस्क, पैन ड्राइव के माध्यम से डिजिटल कक्षाएं संचालित करवाई जाएगी। वहीं, स्कूलों में हर दिन संचालित की जाने वाली ई-क्लासेज में किस दिन, किस पीरियड में और कौन से विषय पर ई-कंटेंट के जरिए शिक्षण होगा, इसकी समय सारणी का निर्धारण संस्था प्रधानों को करना होगा।
शिक्षा की गुणवत्ता के साथ बढ़ेगी स्किल
शिक्षाविदों के मुताबिक, मिशन स्टार्ट के तहत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में संचालित आईसीटी लैब, इंटरनेट, स्मार्ट टीवी, प्रोजेक्टर जैसे संसाधनों के जरिए विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए ई-कंटेंट का बेहतरीन उपयोग किया जा सकेगा। स्कूलों में विषय अध्यापकों की संख्या और ई-कंटेंट का बैलेंस करते हुए ई-लेक्चर के जरिए क्लासेस का संचालन किए जाने से शिक्षा की गुणवत्ता के साथ विद्यार्थियों की स्कील भी बढ़ेगी।
एक्सपर्ट व्यू
क्वालिटी एजुकेशन मिलने के साथ स्किल भी बढ़ेगी
जिन विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त हैं या राजकीय सेवा में ड्यूटी पर हो, ऐसी स्थिति में शिक्षण में आने वाला गेप को भरने के लिए सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। मिशन स्टार्ट के तहत सरकारी विद्यालयों में 65 इंच की स्मार्ट एलईडी टीवी मिल चुकी है। अब जिले को 316 हार्ड डिस्क मिलने वाली है, जिसमें कक्षा 9 से 12वीं तक का सम्पूर्ण पाठ्यक्रम रिकोर्डेड होगा। यह हार्ड डिस्क 15 अक्टूबर तक मिलने की संभावना है। विद्यार्थियों को नई तकनीक के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षण मिलेगा। जिससे उनकी स्कील बढ़ेगी, टेक्नोलॉजी से प्रैंडली होंगे। शिक्षा व शाला के प्रति रूझान बढ़ेगा। जब हर क्लांश में शिक्षण उपलब्ध होगा तो नामांकन के साथ कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ेगी। मैंने मंगलवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नयापुरा व सिविल लाइंस का निरीक्षण किया तो वहां विद्यार्थी एलईडी के माध्यम से पढ़ाई करने को लेकर काफी उत्साहित नजर आए।
- डॉ. मोहन लाल बैरवा, सहायक निदेशक, मुख्य जिला शिक्षाधिकारी समग्र शिक्षा कोटा
क्या कहते हैं विद्यार्थी
कई विद्यालयों में सब्जेक्ट टीचर नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित होती थी लेकिन अब ई-कंटेंट मिलने से यह परेशानी नहीं होगी। वहीं, एलईडी या प्रोजेक्टर पर डिजिटल शिक्षा से संबंधित विषयों के टॉपिक आसानी से समझ में आ सकेंगे।
- दुर्गेश कुमार, छात्र, राजकीय विद्यालय नयापुरा
शिक्षकों को अवकाश पर जाना है तो वे साप्ताहिक पाठ योजना बनाकर निर्धारित पाठ्य सामग्री का ई-कंटेंट के माध्यम से कक्षा संचालित करने का शेड्यूल बना सकेंगे और उनकी अनुपस्थिति में पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी और कुछ नया सीखने को मिलेगा।
- नितेश सोनी, छात्र, राजकीय विद्यालय विज्ञान नगर

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