वित्त वर्ष के साथ ही लैप्स हो जाएगा बजट
दोनों निगमों में नहीं बंटी खेल सामग्री
हालत यह है कि अभी तक तीन साल में मात्र एक बार ही दोनों निगमों में खेल सामग्री बांटी गई है।
कोटा। नगर निगम में अधिकारियों के काम करने के तरीके का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बोर्ड में निर्णय होने के बाद भी जनप्रतिनिधियों की बात को तवज्जो नहीं दी जा रही है। ऐसे में आमजन के काम की उम्मीद कैसे की जा सकती है। वित्त वर्ष समाप्ति की ओर है। वर्ष समाप्ति के साथ ही बजट भी लैप्स हो जाएगा। लेकिन अभी तक भी दोनों नगर निगमों में खेल सामग्री नहीं बांटी गई है। नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण में कांग्रेस का बोर्ड बने तीन साल से अधिक का समय हो गया है। बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है कि पार्षदों को वार्डों में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए खेल सामग्री दी जाएगी। प्रत्येक पार्षद को एक-एक लाख रुपए की ओर महापौर व उप महापौर और नेता प्रतिपक्ष को उनके लिए निर्धारित राशि की सामग्री दी जाएगी। हालत यह है कि अभी तक तीन साल में मात्र एक बार ही दोनों निगमों में खेल सामग्री बांटी गई है। जबकि दो साल की सामग्री बंटना शेष है। कोटा दक्षिण के भाजपा पार्षद सुरेन्द्र राठौर व संजीव विजय का कहना है बोर्ड में निर्णय के बाद भी अधिकारी पार्षदों को खेल सामग्री नहीं दे रहे हैं। हर बार कोई न कोई कारण बताकर उसे अटका देते हैं। यदि अभी इसका निर्णय नहीं हुआ तो कुछ दिन बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी। साथ ही वित्त वर्ष की समाप्त हो जाएगो। ऐसे में पिछले साल की ही सामग्री नहीं मिली। वर्तमान साल की सामग्री कब मिलेगी।
समिति अध्यक्षों ने की अधिक सामग्री की मांग
नगर निगम कोटा दक्षिण में विभिन्न समितियों के अध्यक्षों ने कुछ समय पहले आयुक्त से मुलाकात की थी। जिसमें उन्होंने समिति अध्यक्षों को भी महापौर, उप महापौर व नेता प्रतिपक्ष के समान राशि की खेल सामग्री देने की मांग की थी। जिसके बाद यह मामला ऐसा अटका कि अभी तक भी नहीं सुलझा है। हालांकि हाल ही में कांग्रेस पार्षद फिर से आयुक्त से मिले थे। जिसमें उन्होंने एक-एक लाख की सामग्री शीघ्र बांटने की मांग की थी। लेकिन इस पर अधिकारियों का ध्यान ही नहीं है।
इनका कहना है
कोटा दक्षिण निगम में अभी तक एक बार ही खेल सामग्री बंटी है। उसके बाद कई बार पार्षद आयुक्त से मिल चुके हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। हालांकि खेल सामग्री का बजट पारित होने व निर्णय होने के बाद समितिर अध्यक्षों की अधिक सामग्री की मांग से मामला अटका था। यदि शीघ्र ही खेल सामग्री नहीं बांटी गई तो फिर लोकसभा चुनाव के बाद तक मामला टल जाएगा।
- पवन मीना, उप महापौर, नगर निगम कोटा दक्षिण
कोटा उत्तर में अभी तक एक बार ही खेल सामग्री बंटी है। हाल ही में हुई बोर्ड बैठक में अधिकारियों को इस संबंध में घेरा था। सभी की मांग है कि खेल सामग्री जल्दी बांटी जाए। वैसे खेल सामग्री बाटने की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। पार्षदों से डिमांड ले ली गई है। कमेटी की बैठक भी हो चुकी है। लोकसभा चुनाव कीे आचार संहिता से पहले खेल सामग्री बांट दी जाएग़ी।
- फरीदुद्दीन सोनू कुरैशी उप महापौर, नगर निगम कोटा उत्तर
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