असर खबर का - चम्बल नदी, नहरों व वितरिकाओं में स्नान ना करें
होली के त्यौहार पर संभावित हादसों को देखते हुए जिला कलक्टर ने आमजन से की अपील
डूबने की हो रही घटनाओं को देखते हुए इस मुद्दे को दैनिक नवज्योति ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
कोटा। जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने आमजन से अपील की है कि 24 व 25 मार्च को होली पर्व व धुलण्डी त्यौहार के दिन चम्बल नदी, नहरों व वितरिकाओं में स्नान ना करें। अपने घर या सुरक्षित स्थानों पर ही स्नान करें जिससे त्यौहार पर किसी भी प्रकार का कोई हादसा, जनहानि या अप्रिय घटना घटित ना हों और सकुशल त्यौहार मनाया जा सकें। जिला कलक्टर ने कहा कि होली पर्व के मध्यनजर कई लोग चम्बल नदी इसकी नहरों व वितरिकाओं में स्नान करते है। नदी, नहरों व वितरिकाओं में पानी के तेज बहाव व फिसलन और तैरना नहीं जानने के बावजूद जानबूझकर स्नान के प्रयास के दौरान कई बार बच्चे व युवा डूबने से काल का ग्रास बन जाते हैं। इन्हें देखते हुए इस बार होली पर सावधानी रखनी होगी।
अभी भी कर रहे स् नान
शहर में गत दिनों नहरों में नहाते समय या अन्य किसी कारण से पैर फिसलने पर बच्चों व युवाओं के डूबने की घटनाएं हो चुकी हैं। उसके बावजूद अभी भी कई लोग शुक्रवार को नहर में नहा रहे थे। बच्चे ही नहीं उनके परिजनों ने भी अभी तक उन घटनाओं से सबक नहीं लिया है। साथ ही बांयी मुख्य नहर की चार दीवारी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो रही है। जहां से लोग नहाने के लिए नहरो में जा रहे है। वर्तमान में पानी का बहाव अधिक होने से उसमें डूृबने के बाद बच पाना मुश्किल है।
नवज्योति ने उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि नहरों में नहाते समय कई लोगों के डूबने की हो रही घटनाओं को देखते हुए इस मुद्दे को दैनिक नवज्योति ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। समाचार पत्र में 18 मार्च को पेज दो पर ‘हादसों के बाद भी नहीं चेता प्रशासन’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। उसके बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी हरकत में आए थे। वहीं जिला कलक्टर ने अब होली से पहले आमजन से अपील की है। जिससे त्योहार शांतिपूृर्ण व बिना किसी दुर्घटना व परिवार का चिराग बुझे मनाया जा सके। पिछले दो साल से होली पर नहर में नहाते समय कई हादसे होने से लोगों की जान जा चुकी है। उसके बाद भी लगातार घटनाएं हो रही हैं।
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