अलवर: ESIC मेडिकल कॉलेज में घूसकांड का खुलासा, नियुक्ति करने वाली निजी फर्म का मालिक 15 लाख के साथ गिरफ्तार
अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कर्मियों की भर्ती को लेकर घूसखोरी के बड़े खेल का खुलासा हुआ है। जयपुर एसीबी की विशेष इकाई टीम ने नर्सिंग कर्मियों से भर्ती के नाम पर रुपए लेने वाले एम्स के नर्सिंग कर्मी महिपाल, एम जे सोलंकी फर्म के पार्टनर मंजल पटेल और कंपनी के ही सुपरवाइजर भरत पूनिया को घूस की रकम के साथ गिरफ्तार किया है।
जयपुर। अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कर्मियों की भर्ती को लेकर घूसखोरी का बड़ा खेल खेला जा रहा था। इसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय जयपुर को मिली तो जयपुर एसीबी की विशेष इकाई टीम ने 3 दिन तक डेरा डालकर नर्सिंग कर्मियों से भर्ती के नाम पर रुपए लेने वाले एम्स के नर्सिंग कर्मी महिपाल, एम जे सोलंकी फर्म के पार्टनर मंजल पटेल और कंपनी के ही सुपरवाइजर भरत पूनिया को घूस की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम ने मंजल पटेल और उसके ड्राइवर से नकद 15 लाख रुपए और भरत पूनिया से नकद साढ़े चार लाख की रकम बरामद की है। देर रात मेडिकल कॉलेज में एसीबी टीम की कार्रवाई जारी रही।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह शेखावत ने बताया के अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। यह भर्ती एम जे सोलंकी नाम की फर्म के मार्फत की जा रही है। गुप्त सूत्रों से एसीबी टीम को सूचना मिली कि इस भर्ती के नाम पर एक अभ्यर्थी से 60 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक की रकम वसूल रहे हैं। इसके बाद एसीबी की टीम ने जयपुर से अलवर पहुंचकर डेरा डाला और पुख्ता सबूतों के आधार पर कार्रवाई करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी। एसीबी टीम को सूचना मिली कि दिल्ली एम्स का नर्सिंग कर्मी महिपाल अभ्यर्थियों से घूस की रकम उगा रहा है। टीम ने उसे पकड़ लिया और जानकारी जुटाई तो सामने आया की कंपनी का पार्टनर मंजल पटेल अपने ड्राइवर के साथ 15 लाख रुपए लेकर अजमेर की तरफ जा रहा है। इस पर अजमेर की एसीबी टीम को सतर्क किया गया और मंजल पटेल को 15 लाख रुपए के साथ गेगल टोल अजमेर से पकड़ लिया गया। वहीं दूसरी ओर टीम ने सुपरवाइजर भरत पूनिया को साढ़े चार लाख रुपए की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। यह रुपए घूस से इकट्ठे किए बताए जा रहे हैं।
सांसद के पीए की भूमिका संदिग्ध
एएसपी शेखावत ने बताया के सांसद बाबा बालकनाथ के पीए कुलदीप यादव की भी इस घूसखोरी में भूमिका संदिग्ध है। सांसद के पीए यादव को यहां पर लोग गुरुजी के नाम से जानते हैं। गुरुजी ने भी भर्ती के नाम पर 5 लाख की घूस की मांग की है। इस पर एसीबी ने कुलदीप यादव से भी पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं मेडिकल कॉलेज के बोर्ड समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर भी जांच शुरू कर दी है।
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