बेसमेंट में अब भी चल रही लाइब्रेरियां
संचालकों ने कहा पूरी सेफ्टी के साथ चला रहे
नवज्योति की टीम ने मंगलवार को भी शहर के अंदर बेसमेंट में संचालित इन लाइब्रेरियों का रियलिटी चैक किया।
कोटा। लाइब्रेरी 1 - जवाहर नगर स्थित रतलाम नमकीन के पास मौजूद लाइब्रेरी अभी भी बेसमेंट में संचालित हो रही है। जहां मंगलवार को भी बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे। इतना ही नहीं निगम की कारवाई के बाद संचालक ने यहां मौजूद लाइब्रेरी के नाम का बोर्ड तक हटा दिया है। केवल एक छोटे स्थान पर लाइब्रेरी की जानकारी प्रदर्शित की हुई है। किसी प्रकार की कारवाई से बचने के लिए पहले ही बाहर एक व्यक्ति खड़ा होता है केवल वही आने वाले लोगों से बातचीत करता है। नवज्योेति टीम ने संचालक आशीष बंसल से जब लाइब्रेरी के बारे अवैध रूप से चलने के बारे में जानकारी ली तो संचालक ने साफ इनकार कर दिया और लाइब्रेरी के पूरी तरह से अनुमति के साथ चलाने की बात कही।
लाइब्रेरी 2 - राजीव गांधी नगर में रूंगटा पार्क के सामने भी दो लाइब्रेरियां बेसमेंट में संचालित हो रही हैं। दोनों लाइब्रेरियों के संचालकों ने तो बिना किसी डर के बाहर ही आॅफिस बनाया हुआ है। जहां पर ही ये विद्यार्थियों से बातचीत करते हैं। मंगलवार को भी यहां कई विद्यार्थी पढ़ने आए हुए थे। ये लाइब्रेरी सातों दिन पूरे 24 घंटे चलती है। वहीं संचालक हेमराज शर्मा से लाइब्रेरी बेसमेंट में चलाने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने इसे लेकर कोई दिक्कत नहीं होना बताया। संचालक ने कहा कि निगम के यहां से कोई कारवाई नहीं होगी हम पूरी सेफ्टी के साथ ये लाइब्रेरी चला रहे हैं, आपको लेना हो तो ले सकते हो नहीं तो कोई दिक्कत नहीं है।
दिल्ली में बेसमेंट में संचालित लाइब्रेरी में बरसात के दौरान पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों की मौत के बाद कोटा में भी प्रशासन ने इस तरह से संचालित लाइब्रेरियों पर कारवाई कर उन्हें नोटिस दिया था। साथ ही जिन लाइब्रेरियों में अनियमितताएं पाई गई थी उन्हें बंद भी कराया गया था। नवज्योति की टीम ने मंगलवार को भी शहर के अंदर बेसमेंट में संचालित इन लाइब्रेरियों का रियलिटी चैक किया। जहां निगम की टीम की ओर से कार्रवाई के बाद भी कई लाइब्रेरियां अभी भी बेसमेंट में संचालित होती पाई गई। इनकी संख्या सबसे ज्यादा राजीव गांधी नगर, केशवपुरा, तलवंडी, जवाहर नगर, महावीर नगर, इंद्रा विहार, लैंडमार्क सिटी और कुन्हाड़ी जैसे कोचिंग एरिया में हैं।
निगम में करीब 100 लाइब्रेरियों को दिया था नोटिस
निगम की टीम की ओर से इन लाइब्रेरियों पर कारवाई के दौरान करीब 100 लाइब्रेरियों को नोटिस दिया गया था। जिसके बाद अधिकतर लाइब्रेरियों का संचालन बंद हो गया था। लेकिन अभी भी बेसमेंट के अंदर बड़ी में लाइब्रेरियां संचालित हो रही हैं। जिनमें कभी भी हादसा हो सकता है और सैंकड़ों लोगों की जान खतरे में आ सकती है।
कई संचालकों ने हटाए बोर्ड
बेसमेंट में संचालित होने वाली इन लाइब्ररियों के संचालकों ने निगम की कारवाई से बचने के लिए पहले से बाहर मौजूद बोर्ड और पम्पलेटों को हटा दिया है। जिससे किसी भी इस तरह से संचालित होने वाली लाइब्रेरी को ढंूढना बहुत मुश्किल हो गया है। साथ ही किसी तरह की कारवाई से बचने के लिए संचालक हर समय एक व्यक्ति को बाहर बिठाए रखते हैं। वही व्यक्ति आने जाने वालों से बात करता है और जो भी जानकारी लेनी हो उसके बारे में भी वही बात करता है वहीं आश्वस्त होने के बाद ही वो व्यक्ति लाइब्रेरी के अंदर लेकर जाता है।
हम प्रशासन के नियमानुसार ही काम कर रहे हैं। निगम के यहां से कोई कारवाई नहीं होगी हम पूरी सेफ्टी के साथ ये लाइब्रेरी चला रहे हैं, किसी को एडमिशन लेना हो तो ले सकते हैं,नहीं तो कोई दिक्कत नहीं है।
- हेमराज शर्मा लाइब्रेरी संचालक राजीव गांधी नगर में रूंगटा पार्क के सामने
जब लाइब्रेरी के बारे अवैध रूप से चलने के बारे में जानकारी ली तो संचालक ने साफ इनकार कर दिया और कहा कि लाइब्रेरी पूरी तरह अनुमति से चला रहे हैं। सबनियमों की पूर्ति करके ही काम कर रहे हैं।
- आशीष बंसल लाइब्रेरी संचालक
इनका कहना है
दिल्ली की घटना के बाद शहर में भी इस तरह से संचालित होने वाले मैस, गेम जोन, लाइब्रेरी और कोचिंग संस्थाओं पर कारवाई कर तुरंत ही बंद करा दिया गया था। अभी भी कहीं पर इस प्रकार से कोई गतिविधि हो रही है तो उस पर कारवाई करेंगे। बेसमेंट में लाइब्रेरी और कोचिंग से संबंधित किसी भी प्रकार की गतिविधि संचालित होना अवैध है। अगर नोटिस के बाद भी कहीं पर ऐसी गतिविधि हो रही है तो उस पर कारवाई करेंगे।
- राकेश व्यास, सीएफओ, नगर निगम कोटा उत्तर दक्षिण
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