NEET Exam Paper Leak Case: अब मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने माना नीट परीक्षा में गड़बड़ी हुई
शिक्षा मंत्री ने कहा कि एनटीए में सुधार की जरूरत, अफसर दोषी मिले तो छोड़ेंगे नहीं
सॉल्वर गैंग के लोग पकड़े जा रहे हैं। 10 से 40 लाख रुपए तक में डमी कैंडिडेट बिठाने, नीट एग्जाम सेंटर मैनेज होने की बातें सामने आ रही हैं।
नई दिल्ली। नीट पेपर लीक मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बार गड़बड़ी की बात मानी है। उन्होंने कहा कि नीट के रिजल्ट में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं, जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल पाए जाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने माना कि परीक्षा लेने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) में सुधार की जरूरत है। प्रधान ने कहा कि नीट के संबंध में दो तरह की अव्यवस्था का विषय सामने आया है। पहला- शुरुआती जानकारी थी कि कुछ स्टूडेंट्स को कम समय मिलने के कारण ग्रेस नंबर दिए गए। दूसरा- दो जगहों पर कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। मैं छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है।
कई स्टूडेंट्स ने सवाल उठाए
नीट की परीक्षा 5 मई को हुई थी। इसमें 23 लाख 30 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस दौरान लोकसभा के चुनाव भी हो रहे थे। 4 जून को लोकसभा के साथ नीट के भी रिजल्ट जारी किए गए। इसमें 67 स्टूडेंट्स को पूरे 720 मार्क्स दिए गए। नीट की परीक्षा के इतिहास में पहली बार इतने छात्र टॉप स्कोरर रहे। इस पर कई स्टूडेंट्स ने सवाल उठाए। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट समेत 7 हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर हुई हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट एक साथ जोड़कर 8 जुलाई को सुनवाई करेगा। इनमें नीट पेपर लीक और सीबीआई जांच की मांग वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।
मिल रहे सबूत!
बिहार, गुजरात जैसे राज्यों में नीट पेपर लीक होने और अन्य अनियमितताओं के आरोप सामने आए है। सॉल्वर गैंग के लोग पकड़े जा रहे हैं। 10 से 40 लाख रुपए तक में डमी कैंडिडेट बिठाने, नीट एग्जाम सेंटर मैनेज होने की बातें सामने आ रही हैं।

Comment List