chambal river
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Read More... चंबल नदी का जलस्तर बढ़ा, कोटा बैराज के दो गेट खोले : 7466 क्यूसेक पानी छोड़ा, आरपीएस व जवाहर सागर से हो रहा बिजली उत्पादन
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By Jaipur
मानसून के रफ्तार पकड़ते ही चंबल के बांधों में बरसाती पानी की आवक होने लगी है। पर्यटकों को तरसती डीजे व रेस्टोरेंट बोट, शहर के बीच ही नहीं आ रहे पर्यटक
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By kota
औद्योगिक से शिक्षा और अब पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहे कोटा शहर में एक तरफ तो नए-नए पर्यटन स्थलों का विकास व निर्माण कर विदेशी पर्यटकों के कोटा आने की संभावना जताई जा रही है। असर खबर का - नए सिरे से होंगे टैंडर, कोटा बैराज के बदलेंगे गेट
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By kota
बैराज की दायीं और बायीं जर्जर नहरों की भी मरम्मत कराई जाएगी। असर खबर का - चंबल के बांधों को मिलेगी संजीवनी, डीपीआर हुई तैयार
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By kota
कोटा बैराज सहित तीनों बांधों की बजट जारी होने के बाद भी मरम्मत नहीं होने के मामले में दैनिक नवज्योति ने कई बार प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। 9 फरवरी को ही पता लग गया था चंबल में पड़ी लाश, फिर भी नहीं करवाया पोस्टमार्टम
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By kota
वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पुख्ता कदम उठाने को कार्यवाही करनी चाहिए थी, जो नहीं किया गया। वन अधिकारियों की लापरवाही से वन्यजीवों का संरक्षण व सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। ग्रामीणों ने मटकियां फोड़ निकाला गुस्सा
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By kota
एक माह से पानी के लिए भटकने का लगाया आरोप। ‘चिड़ी’ का इंतजार कर रही 190 करोड़ की फाइल
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By kota
वित्त विभाग से संशोधित प्रस्ताव को नहीं मिली मंजूरी। प्लास्टिक के कचरे से अभी भी मैली हो रही चम्बल
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By kota
नदियों के दूषित होने व उसमें प्लास्टिक का कचरा डालने पर सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार से जवाब तलब किया है। बांधों को रखरखाव की दरकार, कंपनियां खींच रही हाथ
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By kota
विभागीय अधिकारी अब बड़ी कंपनियों से कर रहे सम्पर्क। घट रहा भू जल का स्तर, वाटर हार्वेस्टिंग की जरूरत
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By kota
कोटा में लगातार गिरते भू जल के स्तर से आने वाले समय में खेती में सिंचाई के लिए भू जल की मात्रा कम होना निश्चित है। चंबल का जल स्तर घटने से पानी के शुद्धीकरण का कार्य धीमा
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By kota
साथ ही शहर और शहर के बाहर पानी की डिमांड में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में भी पानी को अधिक मात्रा में उठाया जा रहा है। जिससे शुद्धिकरण का काम धीमा हो रहा है। कैसे बुझे प्यास: रोज बह रहा लाखों लीटर पानी, जिम्मेदार देते आश्वासन
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By kota
शहर में हर गली में अवैध कनेक्शन मिल जाएंगे जिनसे रोज लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है। 