पचास साल में राजस्थान में पैदा नहीं हुआ दूसरा मगन सिंह, आरएफए और आरयूएफसी मिलकर प्रयास करें तो निकलेंगे कई सितारे : कल्याण चौबे
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने किया राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब की एकेडमी का उद्घाटन
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा कि राजस्थान की फुटबॉल का इतिहास गौरवशाली रहा है।
जयपुर। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा कि राजस्थान की फुटबॉल का इतिहास गौरवशाली रहा है, लेकिन बीते पांच दशकों में राज्य एक और मगन सिंह नहीं पैदा कर सका। पूर्व भारतीय कप्तान मगन सिंह ने आखिरी बार 1974 में तेहरान एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद से भारत की सीनियर फुटबॉल टीम में राजस्थान से कोई खिलाड़ी नहीं चुना गया। चौबे यहां राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब (आरयूएफसी) की रेजिडेंशियल फुटबॉल एकेडमी के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि करीब दो दशकों के बाद अब राजस्थान की फुटबॉल फिर से गति पकड़ रही है। अगर राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन और आरयूएफसी मिलकर काम करें, तो यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। कई नए सितारे सामने आ सकते हैं।
पहली रेजिडेंशियल एकेडमी :
राजस्थान की पहली रेजिडेंशियल फुटबॉल एकेडमी का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने किया। इस अवसर पर राजस्थान फुटबॉल संघ के अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, रामलाल जाट, आरयूएफसी के चेयरमैन केके टाक और मैनेजिंग डायरेक्टर रोशनी टाक भी मौजूद रहे।
डेढ़ सौ खिलाड़ी लेंगे कोचिंग :
आरयूएफसी की एमडी रोशनी टाक ने बताया कि इस एकेडमी में देशभर से करीब 150 खिलाड़ी प्रशिक्षण लेंगे। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग के साथ ही खिलाड़ियों की शिक्षा, फिटनेस, मनोरंजन, फिजियोथैरेपी और मानसिक स्वास्थ्य के लिए साइकोलॉजिस्ट की भी व्यवस्था की गई है। एकेडमी में दो आधुनिक फुटबॉल मैदान विकसित किए गए हैं।
आईएसएल और आई-लीग होगी, देरी संभव :
फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष चौबे ने कहा कि पिछले 20-25 वर्षों में राजस्थान की फुटबॉल में गिरावट आई है। रातों-रात स्टार नहीं बनते, इसके लिए दीर्घकालिक योजना जरूरी है। हम इसमें हरसंभव सहयोग को तैयार हैं। चौबे ने कहा कि आईएसएल को लेकर विवाद चल रहा है लेकिन मैं कह सकता हूं कि भले ही देरी हो सकती है लेकिन आईएसएल और आई- लीग का आयोजन अवश्य संभव होगा।
क्लब ने राष्ट्रीय स्तर पर बनाई पहचान :
आरयूएफसी के चेयरमैन केके टाक ने बताया कि 2018 में स्थापित यह क्लब 2021 में पहली बार आई-लीग में क्वालिफाई करने में सफल रहा। चार वर्षों में ही टीम ने आई-लीग के पिछले संस्करण में राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया। साथ ही प्रतिष्ठित डूरंड कप में मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ भी चौंकाने वाले परिणाम दिए हैं।

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