भारत-पाक युद्धविराम पर बयान से पलटे अमेरिकी राष्ट्रपति : मैं ये नहीं कह रहा मैंने भारत-पाक के बीच जंग रुकवाई- ट्रम्प

मैंने दोनों देशों के बीच तनाव को शांत करने में मदद की 

भारत-पाक युद्धविराम पर बयान से पलटे अमेरिकी राष्ट्रपति : मैं ये नहीं कह रहा मैंने भारत-पाक के बीच जंग रुकवाई- ट्रम्प

अमेरिकी राष्टपति ट्रम्प ने एपल के सीईओ टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है।

वाशिंगटन। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम पर अपनी भूमिका को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान से पलट गए हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को शांत करने में मदद की थी, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि वह सीधे तौर पर यह नहीं कहना चाहते कि उन्होंने मध्यस्थता की। एक कार्यक्रम के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं ये नहीं कह रहा कि मैंने मध्यस्थता की, लेकिन मैंने उस समस्या को हल कराने में मदद की, जो भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले सप्ताह और भी ज़्यादा खतरनाक हो रही थी। गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई को युद्धविराम का ऐलान हुआ था। इसे लेकर ट्रंप ने ट्वीट किया था कि मैं यह घोषणा करते हुए काफी खुशी महसूस कर रहा हूं कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमति जताई है। दोनों देशों को सामान्य समझदारी और श्रेष्ठ बुद्धिमत्ता का परिचय देने के लिए बधाई।   

मैं नहीं चाहता एपल प्रोडक्ट भारत में बनें
भारत ने हमें ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की
अमेरिकी राष्टपति ट्रम्प ने एपल के सीईओ टिम कुक से कहा है कि भारत में फैक्ट्रियां लगाने की जरूरत नहीं है। मैं नहीं चाहता हूं कि एपल के प्रोडक्ट वहां बनाएं। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है। इस बातचीत की जानकारी ट्रम्प ने गुरुवार को दोहा में बिजनेस लीडर्स के साथ कार्यक्रम में दी। उन्होंने कहा कि भारत ने हमें ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है। भारत हमसे ट्रेड में कोई चार्ज नहीं लेने को तैयार है।

अंबानी ने ट्रंप से की मुलाकात 
दोहा। रिलायंस उद्योग के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने गुरुवार को दोहा में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कतर अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की। रात्रिभोज के दौरान हालांकि कोई औपचारिक चर्चा नहीं की गई, लेकिन अंबानी को ट्रम्प और अमेरिकी वाणिज्य सचिव स्टीव लुटनिक के साथ बातचीत करते देखा गया। ट्रम्प ने कतर में ऐतिहासिक 1.2 लाख करोड़ डॉलर के आर्थिक साझेदारी करने का वादा किया। जिसमें अमेरिका और कतर की कंपनियों के बीच 243.5 अरब डॉलर से अधिक के नए सौदे शामिल हैं। प्रमुख समझौतों में कतर एयरवेज से बोइंग और जीई एयरोस्पेस के लिए 96 अरब डॉलर का विमान ऑर्डर, मैकडरमॉट के साथ महत्वपूर्ण ऊर्जा अवसंरचना परियोजनाएं और पार्सन्स द्वारा अर्जित किया गया 97 अरब डॉलर का पोर्टफोलियो शामिल है। 

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