कर्नाटक के गांव में मुर्गी ने दिया नीला अंडा : पशु चिकित्सकों में रिसर्च की उत्सुकता, सैयद नूर के घर उमड़ी भीड़
साधारण मुर्गियां लगातार 10 दिनों तक अंडे देती
कर्नाटक के एक गांव में मुर्गी ने एक नीला अंडा दिया है। इसकी खबर मिलने के बाद पशु चिकित्सकों के लिए ये रिसर्च का विषय हो गया है
बेंगलुरु। कर्नाटक के एक गांव में मुर्गी ने एक नीला अंडा दिया है। इसकी खबर मिलने के बाद पशु चिकित्सकों के लिए ये रिसर्च का विषय हो गया है। मजदूरी करने वाले सैयद नूर ने दो साल पहले एक चूजा खरीदा था। इसी मुर्गी ने पिछले दिनों नीला अंडा दिया है। साथ ही ये मुर्गी इतनी स्पेशल है कि इसे पिछले दो साल में हर दिन अंडा दिया है। साधारण मुर्गियां लगातार 10 दिनों तक अंडे देती हैं. इसके बाद लगभग पंद्रह दिन तक वो अंडे नहीं देतीं। इस असामान्य रंग के अंडे की जानकारी इलाके में फैलने लगी जिसके बाद कई लोग इसे देखने के लिए दावणगेरे जिले के चन्नागिरी तालुक के नेल्लोर गांव में सैयद नूर के घर पहुंचने लगे।
कर्नाटक वेटरिनरी, एनिमल एंड फिशरीज यूनिवर्सिटी में मुर्गी पालन विज्ञान के पूर्व प्रोफेसर मोहम्मद नदीम फिरोज का कहना है कि इस पर यकीन ही नहीं हो रहा है। क्योंकि अंडे का रंग न तो सामान्य सफेद है और न ही भूरा है। ये काला भी नहीं है जो मध्य प्रदेश के जंगलों में पाई जाने वाली कड़कनाथ नस्ल की काली मुर्गी देती है। पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान विभाग में सहायक निदेशक डॉक्टर अशोक कुमार जीबी कहते हैं, मैना जैसे करीब 10 से 15 पक्षी हैं जो नीले रंग के अंडे देते हैं। लेकिन मुर्गी लेकिन ये नीला अंडा एक दुर्लभ मामला है, भारत में ये असामान्य है। -अन्दर भी पढ़ें
अब मुर्गी की निगरानी
डा. अशोक ने कहा कि हम इस मुर्गी की निगरानी कर रहे हैं और विभाग के अधिकारियों को एक रिपोर्ट भेजेंगे। शरीर में मौजूद लीवर यानी यकृत से एक बाइल पिगमेन्ट (एक तरह का पित्त) निकलता है जिसे बिलिवर्डिन कहते हैं. हो सकता है ये अधिक मात्रा में निकला हो और आकर अंडे के खोल पर जम गया हो। इसके लिए हमें बार-बार जाँच करनी होगी और ये जरूरी है कि ये मुर्गी हमारे सामने अंडा दे तभी हम किसी बात की पुष्टि कर सकते हैं और इसके खू़न और खोल की जांच के लिए भेज सकते हैं। हमें पता लगाना होगा कि अंडे के खोल का रंग नीला क्यों और कैसे हुआ।

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