इसरो के एलवीएम3एम6 रॉकेट ने भरी उड़ान, अमेरिका के सबसे भारी ब्लूबर्ड-6 उपग्रह को सफलतापूर्वक एलईओ में किया स्थापित
यह अब तक भारतीय धरती से लॉन्च किया गया सबसे भारी उपग्रह
सटीक रूप से 520 किमी की वृत्ताकार निचली पृथ्वी कक्षा में स्थापित हो गया। इसरो ने घोषणा की, एलवीएम3एम6 ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
श्रीहरिकोटा। अंतरिक्ष यात्रा में एक और मील का पत्थर स्थापित करते हुए भारत के भारी-भरकम रॉकेट एलवीएम3एम6 (जिसे बाहुबली उपनाम दिया गया है) ने अमेरिका स्थित एएसटी मोबाइलस्पेस के 6.2 टन वजनी ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 उन्नत संचार उपग्रह को आज क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सफलतापूर्वक पृथ्वी की निम्नतम कक्षा (एलईओ) में स्थापित कर दिया। यहां शार रेंज से दूसरे प्रक्षेपणपथ से 24 घंटे की सुचारू उलटी गिनती के बाद एक विशेष वाणिज्यिक मिशन में, स्वदेशी रॉकेट ने निर्धारित समय पर सुबह 8:54 बजे शानदार उड़ान भरी। सैकड़ों दर्शकों ने प्रक्षेपण गैलरी से इस मिशन को देखा। निसार उपग्रह के बाद अमेरिका द्वारा किया गया दूसरा मिशन यह उपग्रह, 16 मिनट की उड़ान अवधि के बाद सफलतापूर्वक और सटीक रूप से 520 किमी की वृत्ताकार निचली पृथ्वी कक्षा में स्थापित हो गया। इसरो ने घोषणा की, एलवीएम3एम6 ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
बाद में एक ट्वीट में कहा कि मिशन सफल रहा। एलवीएम3-एम6 मिशन ने ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 उपग्रह को सफलतापूर्वक उसकी निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया है। आईएसआरओ की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 को ले जाने वाले एलवीएम3-एम6 के सफल प्रक्षेपण के लिए टीम प्तआईएसआरओ को बधाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी संरक्षण में आईएसआरओ एक के बाद एक सफलताएं हासिल कर रहा है, जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।
यह अब तक भारतीय धरती से लॉन्च किया गया सबसे भारी उपग्रह है। इसरो के अनुसार, क्रायोजेनिक अपर स्टेज सहित तीनों चरणों के प्रज्वलन और पृथक्करण के बाद, उपग्रह को भूमध्य रेखा से लगभग 53 डिग्री के झुकाव वाले 520 किमी के वृत्ताकार भू-परिस्थिति (एलईओ) में सटीक रूप से स्थापित किया गया।इसका प्रक्षेपण-भार 640 टन है, इसकी ऊंचाई 43.5 मीटर है, और यह भू-तुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में 4,200 किलोग्राम पेलोड ले जाने में सक्षम है। इसने बताया कि यह भारतीय धरती से एलवीएम 3 द्वारा लॉन्च किया गया अब तक का सबसे भारी पेलोड है।
सफल प्रक्षेपण भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में एक गौरवशाली उपलब्धि : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 उपग्रह को ले जाने वाले एलवीएम3-एम6 रॉकेट के सफल प्रक्षेपण की सराहना करते हुए इसे भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में एक गौरवशाली उपलब्धि बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया में जारी एक संदेश में कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की एक और महत्वपूर्ण प्रगति। एलवीएम3-एम6 का सफल प्रक्षेपण, जिसके माध्यम से भारतीय धरती से अब तक का सबसे भारी उपग्रह अमेरिका का ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 अपनी निर्धारित कक्षा में स्थापित किया गया है, भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक गौरवशाली उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मिशन भारत की भारी वजन ले जाने वाले रॉकेटों की क्षमता को दर्शाता है और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक प्रक्षेपण बाजार में हमारी बढ़ती साख का प्रतीक है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हमारे प्रयासों का भी प्रतिबिंब है। हमारे परिश्रमी अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बहुत-बहुत बधाई। भारत अंतरिक्ष की दुनिया में नई ऊंचाइयों को छूना जारी रखेगा। यह एलवीएम3-एम6 रॉकेट की छठी परिचालन उड़ान है और भारत के वाणिज्यिक अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

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