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Read More... सेना के लिए इसरो की तैयारी : अनुपयोगी सैटेलाइट्स को नष्ट करने की तैयारी में जुटा इसरो और जापान, 26 हजार करोड़ की लागत से बन रहा स्पेस बेस्ड सर्विलांस-3 सिस्टम
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निजी क्षेत्रों में भी काम शुरू हुआ है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पहले एक सैटेलाइट बनाने में तीन साल लगते थे, लेकिन अब एक साल में नौ सैटेलाइट तैयार हो रहे हैं। इसरो ने विकसित की सी-32 क्रायोजेनिक प्रणोदन प्रणाली, उन्नत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की अंतरिक्ष कार्यक्रम में महत्वपूर्ण उपलब्धि : नारायणन
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क्रायोजेनिक इंजन द्वारा संचालित सी-32 चरण मानव सहित अंतरिक्ष अभियान और अन्वेषण क्षमताओं को हासिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसरो ने सफलतापूर्वक पूरा किया अपना पहला स्पैडेक्स मिशन, इस तकनीक को हासिल करने वाला चौथा देश बना भारत
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इसरो के अधिकारियों ने टीम को बधाई देते हुए इस उपलब्धि को भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। स्पाडेक्स मिशन पूरा होने के करीब, स्वायत्त डॉकिंग क्षमता का प्रदर्शन करना मिशन का उद्देश्य : इसरो
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स्पोडेक्स पर इसरो के मिशन नियंत्रण द्वारा बारीकी से निगरानी की गई है और वैज्ञानिक एक सफल डॉकिंग प्राप्त करने के बारे में आशावादी हैं। इसरो का स्पेडेक्स मिशन लॉन्च, दोनों स्पेसक्राफ्ट को अंतरिक्ष में जोड़ेगा
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चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। मिशन की कामयाबी पर ही भारत का चंद्रयान-4 मिशन निर्भर है। चंद्रयान-4 मिशन को 2028 में लॉन्च किया जा सकता है। प्रोबा-3 उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए कर रहा तैयारी इसरो, वायुमंडल के सबसे बाहरी भाग का अध्ययन करना मिशन का लक्ष्य
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प्रोबा-3 ईएसए का और दुनिया का पहला सटीक गठन उड़ान मिशन है। इसरो ने शुरू किया ईओएस-8 मिशन
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एमआईआर छवि उच्च-रिजॉल्यूशन थर्मल छवियों को कैद करने की पेलोड की क्षमता को उजागर करती है। ये तस्वीरें 21 अगस्त, 2024 को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:15 बजे नामीबिया रेगिस्तान के ऊपर ली गई थीं। SSLV D-3 प्रक्षेपण की कल शुरू होगी उल्टी गिनती
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प्रक्षेपण के तुरंत बाद अंतरिक्ष यान मिशन विन्यास 37.4 डिग्री के झुकाव के साथ 475 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की निम्न कक्षा (एलईओ) में संचालित होगा। Agnibaan Rocket की सफल लॉन्चिंग, अंतरिक्ष स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने रचा इतिहास
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अंतरिक्ष स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने अग्निबाण रॉकेट की सफलतापूर्ण लॉन्चिंग करवाकर इतिहास रच दिया है। भारतीय अंतरिक्ष सेक्टर में 83 हजार करोड़ का होगा काम : सोमनाथ
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सोमनाथ ने ये भी कहा कि प्राइवेट सेक्टर की 400 कंपनियां अपने कई मिशनों में इसरो की टेक्नोलॉजी का फायदा ले रही हैं। सोमनाथ ने हाईटेक पार्क में चंद्रयान की प्रतिकृति का उद्घाटन भी किया। ISRO ने हासिल की बड़ी कामयाबी, पीएसएलवी ने पूरा किया शून्य मलबा मिशन
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भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया है कि पीएसएलवी-सी58/ एक्सपीओसैट मिशन ने व्यावहारिक रूप से कक्षा में शून्य मलबा छोड़ा है। इसरो ने विकसित किया ओसीएम-3 एओडी उत्पाद
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यह डेटा भंडार शोधकर्ताओं को वायु गुणवत्ता की जटिलताओं को उजागर करने के लिए प्रेरित करता है जैसा पहले कभी नहीं हुआ। डेटा एक बेंचमार्किंग वायु गुणवत्ता सिमुलेशन मॉडल के रूप में कार्य करता है। 