बाजार सलाह कंपनी क्रिसिल की रिपोर्ट जारी, निवेश 2.3 लाख करोड़ पहुंचने की संभावना, तीन साल में दोगुना होगा विद्युत में निवेश
70 प्रतिशत की पूर्ति नवीकरणीय ऊर्जा
अगले तीन साल में देश में ताप विद्युत क्षेत्र में निवेश दोगुना होकर 2.3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचने का अनुमान है।
नई दिल्ली। अगले तीन साल में देश में ताप विद्युत क्षेत्र में निवेश दोगुना होकर 2.3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंचने का अनुमान है। बाजार सलाह कंपनी क्रिसिल की जारी रिपोर्ट में कहा है कि देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए ताप विद्युत उत्पादन पर एक बार फिर फोकस बढ़ रहा है। इससे अगले तीन वित्त वर्ष में साल 2028 तक पहले के तीन साल की तुलना में इस क्षेत्र में निवेश दोगुना होकर 2.3 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा।
निजी क्षेत्र के निवेश में तेजी :
रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले समय में ताप विद्युत क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश में तेज वृद्धि होगी। पिछले तीन वित्त वर्ष में इस क्षेत्र में निवेश में निजी क्षेत्र का योगदान मात्र सात-आठ प्रतिशत के करीब था जो अगले तीन साल में बढ़कर एक-तिहाई हो जाएगा।
80 गीगावाट की वृद्धि का लक्ष्य :
सरकार ने वित्त वर्ष 2031-32 तक ताप विद्युत क्षमता में 80 गीगावाट की बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा है। इनमें से कुल 60 गीगावाट की परियोजनाओं की या तो घोषणा की जा चुकी है या वे विकास के विभिन्न चरणों में हैं। इनमें निजी क्षेत्र की परियोजनाएं लगभग 19 गीगावाट की हैं।
70 प्रतिशत की पूर्ति नवीकरणीय ऊर्जा :
क्रिसिल रेटिंग्स के डिप्टी चीफ रेटिंग ऑफिसर मनीष गुप्ता ने कहा कि साल 2028 तक ऊर्जा की मांग करीब 5.5 प्रतिशत की औसत दर से बढ़ते हुए लगभग 2,000 अरब यूनिट पर पहुंच जायेगी। मांग में होने वाली वृद्धि में से लगभग 70% की पूर्ति नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों द्वारा की जाएगी। हालांकि, इन स्रोतों की मौसमी उपलब्धता के कारण ताप विद्युत ऊर्जा की मांग बनी रहेगी।

Comment List