ट्रंप से मुलाकात से पहले पुतिन की जंगी तैयारी : दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइल का परीक्षण करेगा रूस
परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइल का नोवाया जेमल्या के पास टेस्ट करने की संभावना
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन शांति वार्ता के लिए अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं
मॉस्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन शांति वार्ता के लिए अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच यह मुलाकात 15 अगस्त को होने जा रही है। इस बीच ट्रंप ने मुलाकात से पहले रूस को लेकर ऐसे बयान दिए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तल्खियां बढ़ सकती हैं। ट्रंप ने रूस की अर्थव्यवस्था को संकट में बताया है और कहा है कि इसी कारण उन्हें पुतिन की ओर से मुलाकात के लिए फोन आया था। ऐसे में रूस ने भी अपनी सैन्य ताकत दिखाने की तैयारियों को शुरू कर दिया है। कई रिपोर्टों में बताया गया है कि रूस दुनिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में शुमार 9एम730 बुरेवेस्टनिक के नए परीक्षणों की तैयारी कर रहा है। यह परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइल है।
बुरेवेस्टनिक मिसाइल से रूस को कैसे मिलेगी बढ़त
सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगर 9एम730 बुरेवेस्टनिक का परीक्षण सफल होता है तो रूस दुनिया का पहला ऐसा देश बन जाएगा, जिसके पास परमाणु शक्ति से चलने वाली और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम एक क्रूज मिसाइल होगी। इसकी रेंज असीमित होगी। ऐसे में यह पृथ्वी के किसी भी हिस्से में आसानी से हमला करने में सक्षम होगी। डिफेंस रोमानिया के अनुसार, ऐसे संकेत हैं कि रूस अपनी विवादास्पद परमाणु ऊर्जा चालित क्रूज मिसाइल 9एम730 बुरेवेस्टनिक (नाटो कोड: एसएससी-एक्स-9 स्काईफॉल) का आर्कटिक द्वीपसमूह नोवाया जेमल्या के पैनकोवो रेंज से एक नया परीक्षण करने वाला है।
रूस ने जारी किया है नोटम
हालांकि मास्को ने इस मिसाइल के परीक्षण को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन कई संकेत इस ओर इशारा करते हैं। दरअसल, रूस ने 7 अगस्त से 12 अगस्त तक नोवाया जेमल्या के 40,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करते हुए एक नोटम (नोटिस टू एयरमैन) चेतावनी जारी की है। इसके अलावा, कम से कम चार रूसी जहाज, जो पहले पैनकोवो मिसाइल टेस्टिंग रेंज के पास लंगर डाले हुए थे, उन्हें पूर्वी बैरेंट्स सागर में निगरानी चौकियों पर तैनात किया गया है। यह किसी बड़े मिसाइल परीक्षण के दौरान लिया जाने वाला एक मानक सुरक्षा उपाय है।
नोवाया जेमल्या में टेस्ट की तैयारियां
इसके अलावा, दो रोसाटॉम विमान वर्तमान में रोगचेवो हवाई अड्डे पर तैनात हैं। यह भी पता चला है कि रूस अपने मालवाहक जहाजों से नोवाया जेमल्या में कई बार रुककर रसद संचालन कर रहा है। नॉर्वे के द बैरेंट्स आॅब्जर्वर की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी आर्कटिक में नोवाया जेमल्या स्थित पैनकोवो टेस्टिंग रेंग में हफ्तों से तैयारियां चल रही हैं। हालांकि रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि रूस आखिर क्या टेस्ट करने जा रहा है, लेकिन तैयारियों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि यह 9एम730 बुरेवेस्टनिक मिसाइल हो सकती है। रूस के रोसाटॉम ने 1950 के दशक के उत्तरार्ध से ही परमाणु हथियारों और संबंधित तकनीक के परीक्षण के लिए नोवाया जेमल्या द्वीपसमूह को चुना है।
9एम730 बुरेवेस्टनिक मिसाइल की ताकत
बुरेवेस्टनिक अपनी तरह की एक क्रांतिकारी मिसाइल है। इसकी खास बात परमाणु शक्ति से उड़ान भरना और परमाणु हमला करने की क्षमता है। इससे मिसाइल को असीमित रेंज मिलती है और दुनिया के बेहतरीन एयर डिफेंस को चकमा देने की क्षमता प्राप्त होती है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे अजेय हथियार बताया है। यह मिसाइल अपने रास्ते को जब चाहे तब बदल सकती है। ऐसे में दुश्मन के एयर डिफेंस के लिए इसे रोकना बेहद मुश्किल हो सकता है। अमेरिकी वायु सेना के राष्ट्रीय वायु एवं अंतरिक्ष खुफिया केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, अगर यह मिसाइल रूसी सेना में शामिल होती है तो इससे पुतिन को एक अनूठी ताकत मिल जाएगी।

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