अजमेर- कोटा- उदयपुर संभाग में मेघ मेहरबान : अजमेर में रुक-रुककर बारिश का दौर, 4 इंच से ज्यादा पानी बरसा
कई इलाके जलमग्न, ट्रैफिक रहा बाधित, जेएलएन अस्पताल, रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड लबालब
भारी बारिश के चलते कई जगह नालों की दीवारें और पेड़ गिर गए। एक कार नाले में गिर गई।
अजमेर। शहर में शुक्रवार को रुक-रुककर झमाझम बारिश का दौर चला। अलसुबह 4.30 बजे से सायं 5.30 बजे तक 4 इंच से ज्यादा बारिश हुई। जिससे शहर पानी से तरबतर हो गया। इससे जनजीवन खासा प्रभावित रहा। कई इलाके जलमग्न हो गए। कई निचली बस्तियों और रिहायशी कॉलोनियों में घुटनों तक पानी भर गया। घंटों तक लोग घरों में कैद होकर रह गए। मुख्य मार्गों पर पानी भरने से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जेएलएन अस्पताल के वार्डों और गलियारों में पानी भरने से स्टाफ, चिकित्सक, रोगियों और उनके परिजन की दिक्कतें बढ़ गईं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, दरगाह में भी पानी भर गया।
भारी बारिश के चलते कई जगह नालों की दीवारें और पेड़ गिर गए। एक कार नाले में गिर गई। जिसमें चालक सहित तीन लोग सवार थे। गनीमत रही कि उन्हें बचा लिया गया। समाचार लिखे जाने तक रात में भी रुक-रुककर तेज बारिश का दौर जारी रहा। अरावली की पहाड़ियों में कई जगह झरने बहने लगे। इधर, जिला कलक्टर ने अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का दौरा कर संबंधित अधिकारियों को राहत और बचाव के निर्देश दिए। शहर के आसपास के तालाबाें में पानी की अच्छी आवक से चादर चल गई।
1975 की बाढ़ की चर्चा
अजमेर शहर में 18 जुलाई 1975 को बाढ़ आई थी। आज वही तारीख होने और अलसुबह से तेज बारिश का दौर शुरू होने पर लोग उस बाढ़ से तुलना करते रहे। सोशल मीडिया पर भी 1975 की बाढ़ छाई रही।

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