RPSC मेम्बर डॉ. मंजू शर्मा ने दिया इस्तीफा : कार्यकाल 14 अक्टूबर 2026 को होना था पूरा
अगले साल पूरा होना था कार्यकाल
सार्वजनिक जीवन में शुचिता की सदैव पक्षधर होने के कारण आयोग की गरिमा, निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को सर्वोपरि मानते हुए मैं स्वेच्छा से त्यागपत्र प्रस्तुत कर रही हूं।
अजमेर। एसआई भर्ती मामले को लेकर आए उच्च न्यायालय के फैसले में टिप्पणियों के बादआ आरपीएससी की सदस्य डॉ. मंजु शर्मा ने सोमवार को राज्यपाल हरिभऊ बागड़े को इस्तीफा सौंप दिया। वह कवि डॉ. कुमार विश्वास की पत्नी हैं। कुछ देर बाद ही उनका इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उच्च न्यायालय ने गत गुरुवार को उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने के सम्बंध में अपना फैसला दिया था। फैसले में उल्लेख किया था कि एसआई 2021 के पेपर लीक में आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष सहित वर्तमान व पूर्व छह सदस्यों की भूमिका भी सामने आई है। इससे साबित होता है कि घर के भेदियों ने ही लंका ढहा दी।
यह लिखा है इस्तीफे में
मैंने अपना पूरा कार्यकारी व निजी जीवन अत्यन्त पारदर्शिता व ईमानदारी से काम करते हुए किया है। किन्तु गत दिनों एक भर्ती प्रक्रिया में उत्पन्न हुए विवाद के कारण मेरी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा एवं पूरे आयोग की गरिमा प्रभावित हुई है। मेरे विरुद्ध किसी भी पुलिस संस्थान अथवा किसी भी जांच एजेन्सी में न तो किसी प्रकार की कोई भी जांच लम्बित है और न ही मुझे किसी भी प्रकरण में कभी भी अभियुक्त माना गया है। फिर भी, सार्वजनिक जीवन में शुचिता की सदैव पक्षधर होने के कारण आयोग की गरिमा, निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को सर्वोपरि मानते हुए मैं स्वेच्छा से त्यागपत्र प्रस्तुत कर रही हूं।
अगले साल पूरा होना था कार्यकाल
डॉ. शर्मा ने 15 अक्टूबर, 20 को कार्यभार ग्रहण किया था। आयोग में अध्यक्ष व सदस्य की नियुक्ति अधिकतम छह वर्ष या 62 साल की उम्र होने तक होती है। शर्मा का कार्यकाल 14 अक्टूबर 2026 को पूरा होना था।

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