पानी निकासी नहीं होने से बाजार में हो रहा कीचड़

कल्याणपुरा में कीचड़ में खड़े रहकर जताया आक्रोश

पानी निकासी नहीं होने से बाजार में हो रहा कीचड़

बीच रास्ते में कीचड़ को लेकर परेशान लोग।

भण्डेड़ा। सादेड़ा ग्राम पंचायत के अधीन कल्याणपुरा गांव में बीच रास्ते में इस समय भारी तादाद में कीचड़ होने की समस्या को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। पानी निकासी समुचित नही होने से आम बाजार में कीचड़ बीमारियों को न्यौता दे रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने कीचड़ में खडे रहकर एक घंटे तक नारेबाजी करके आक्रोश जताया गया है। इस समस्या का जल्द समाधान नहीं किया तो मजबूरन सड़क पर उतरने की चेतावनी ग्रामीणों द्वारा मौके पर दी गई है। कल्याणपुरा गांव में लगभग पांच सौ से छह सौ की आबादी है। यहां की बसावट तरीके से बसी हुई है, बीच में रास्ता है व दोनो तरफ मकान बने हुए है। पूरे गांव में आवाजाही का केवल एक ही मुख्य मार्ग है। लंबे समय पहले ग्राम पंचायत के द्वारा गांव की आनेजाने के रास्ते पर सीसी सड़क का निर्माण करवाया गया था। जो उस समय ही निचाई से बनाने से सड़क का पानी यहां से नही निकल पाता था। अब धीरे-धीरे हाल यह हो गए है, कि एक बार बरसात होते ही यहां पर बरसाती पानी भर जाता है। जो सड़क के दोनो तरफ के मकानों में आनेजाने पर इसी पानी से होकर आवाजाही करनी पड़ती है। नीचे मकानों में बरसाती पानी पहुंच जाता है। इसी गांव के मध्य में भगवान का मन्दिर है। जिसके सामने भारी कीचड़ पनपा हुआ है। यहां से गुजरने के दौरान कीचड़ में पैदल राहगीर सहित दोपहिया वाहन चालकों का भी संतुलन बिगड़ जाता है। जो चोटिल होने पर प्राथमिक उपचार करवाना पड़ता है। संबंधित विभाग की लापरवाही को लंबे अरसे से जनता भुगत रही है। 

ग्रामीण पप्पूलाल भील, कालूलाल भील, धनराज भील, रामदेव भील, रामदयाल भील आदि का कहना है कि बरसात होते ही बरसात के तीन चार माह तक मुख्य रास्ते में पानी भर जाता है। शाम व सुबह मन्दिर आवाजाही करें तो इसी कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। मन्दिर के सामने आरती होने तक कीचड़ में रहना पड़ता है। मुख्य बाजार में कीचड से एक तरफ से दूसरी तरफ आनेजाने पर भी इसी से गुजरना पड़ता है। मकान छोड़कर आवाजाही पर घर से बाहर निकलते ही कीचड़ में होकर गुजरने को मजबूर होना पड़ता है। सीजन सर्दी हो या गर्मी बरसात जब भी बरसात हुई, उसी समय से लंबे समय तक यही हाल बन जाते है। संबंधित विभाग द्वारा जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो आगामी समय में मजबूरन बांसी-कालानला मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर आमजन की इस समस्या का निवारण नहीं होगा तब तक वहीं डटें रहेंगे।

कल्याणपुरा गांव सड़क के दोनो तरफ बसा हुआ है। गांव के बीच में   मन्दिर है। शाम के समय आरती में नौनिहालों से लेकर वृद्धजन पहुंचते है, जो आरती के समय मन्दिर के नीचे कीचड़ में रहने को मजबूर होना पडता है। संबंधित विभाग इस समस्या को गंभीरता से नही देख रहा है। जिसका खामियाजा हम भुगत रहे है। 
- हीरालाल भील, स्थानीय निवासी 

प्रशासन को गांव की इस समस्या का मालूम होने पर भी लंबे समय से समाधान नही करवाया जा रहा है। दोनो तरफ नालियों का निर्माण करें, तो इस समस्या का समाधान हो सके। सड़क की ऊंचाई बढाई जाए तो भी समस्या का समाधान नही हुआ तो आगामी समय में जल्द मजबूरन सड़क पर उतरने को मजबूर होना पडेगा। 
- धनराज भील, स्थानीय युवा 

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गांव में इस समस्या को लेकर संकट में है। बाहर आते ही कीचड़ से गुजरना पड़ता है। पीने का पानी लेने जाए तब भी इसी से होकर गुजरना पडता है। हमारी इस समस्या को प्रशासन गंभीरतापूर्वक नही देख रहा है, जो हमें सड़क पर उतरने को मजबूर होना पडेगा।
- रतनबाई भील, स्थानीय बुजुर्ग महिला 

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गांव में बरसात के समय कोई बीमार होने पर उपचार के लिए इसी कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। गांव में यह समस्या बनी हुई है। नौनिहाल से लेकर बुजुर्ग इस कीचड़ में संतुलन बिगड़ जाने पर फिसल जाते है। 
- लाड़बाई भील, स्थानीय गृहणी 

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गांव में लंबे समय तक कीचड़ के बने रहने से इस कीचड़ में मच्छर का जमावड़ा लग जाता है। बारिश के समय इनसे गांव के ग्रामीण बीमारियों की चपेट में रहते है। समय रहते संबंधित विभाग हमारी इस समस्या का जल्द समाधान करें तो हमे कीचड़ से राहत मिल सके एवं न्यौता देती बीमारी के खतरे से भी बचाव हो सकें।
- पप्पूलाल भील, स्थानीय ग्रामीण

गांव में कीचड़ की समस्या दो गांव में है। जहां पानी की निकासी होगी, वहां निकासी करवाई जाएगी। जहां पर गहरे गड्ढे हो रखें है। वहां पर झींकरा डलवाकर समाधान करवाया जाएगा। 
- सीमा कहार, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत सादेड़ा

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