आपणी बस-राजस्थान रोडवेज नाम से चलेंगी बसें : निजी बस संचालक करेंगे बसों का संचालन
रोडवेज की तर्ज पर महिला-बुजुर्गाें को मिलेगी किराए में छूट
ये बसें निजी संचालकों की होंगी, लेकिन उन पर रोडवेज का नियंत्रण रहेगा और रोडवेज की तरह ही महिलाओं और बुजुगोंर् को किराए में छूट दी जाएगी।
जयपुर। राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में फिर से रोडवेज बसों की आवाजाही शुरू होने जा रही है। रोडवेज प्रशासन ने निजी बस संचालकों से अनुबंध कर ग्रामीण बस सेवा को अक्टूबर से शुरू करने की तैयारी कर ली है। यह सेवा केसरिया रंग में 'आपणी बस-राजस्थान रोडवेज' नाम से शुरू होगी। ये बसें निजी संचालकों की होंगी, लेकिन उन पर रोडवेज का नियंत्रण रहेगा और रोडवेज की तरह ही महिलाओं और बुजुगोंर् को किराए में छूट दी जाएगी।
पहले चरण में 25 बसें, 362 रूट होंगे
योजना के पहले फेज में 25 बसें आधा दर्जन जिलों में चलाई जाएंगी। आगे चलकर ग्रामीण बस सेवा के तहत 362 रूटों पर संचालन प्रस्तावित है। इन रूटों से करीब 2100 ग्राम पंचायतों को ब्लॉक और जिला मुख्यालयों से जोड़ने की योजना है।
सेमी डीलक्स श्रेणी की होंगी गाड़ियां
बसों में 22 से 45 सीटर तक सेमी डीलक्स श्रेणी की गाड़ियां होंगी। इनमें जीपीएस, व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम और पैनिक बटन जैसी सुरक्षा सुविधाएं भी लगाई जाएंगी। निजी संचालक बसें उपलब्ध कराएंगे, डीजल और चालक-परिचालक भी उन्हीं के होंगे, लेकिन रोडवेज प्रशासन इन बसों पर पूर्ण नियंत्रण रखेगा। इन्हें रोडवेज बस अड्डों से ही संचालित किया जाएगा।
रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल
बस संचालन के लिए रोडवेज ने रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल तैयार किया है। इसके तहत निजी संचालक प्रति किलोमीटर 5 से 7 रुपए तक रोडवेज को भुगतान करेंगे। वहीं यात्रियों से किराया 1.50 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से लिया जाएगा। महिलाओं और बुजुगोंर् को दी गई रियायत की राशि का भुगतान रोडवेज प्रशासन निजी संचालकों को करेगा।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत ग्रामीण बसों का संचालन किया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र की जनता को सस्ती व सुलभ परिवहन की सुविधा मिल सकेगी।
-शुभ्रा सिंह, चेयरमैन रोडवेज

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