लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू: संसद में शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष का जोरदार हंगामा, पीएम मोदी ने बताया, "गैर-जिम्मेदाराना रवैया"
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने एसआईआर सहित कई मुद्दों पर हंगामा किया। हंगामे के कारण लोकसभा दोपहर तक स्थगित हुई, बाद में संध्या राय ने कार्यवाही संभाली। पीएम मोदी ने शांति की अपील की, जबकि कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एसआईआर पर विशेष चर्चा की मांग उठाई।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ, लेकिन विपक्ष ने एसआईआर और कई दुसरों मुद्दों को लेकर पहले ही दिन संसद में हंगामा कर दिया, जिसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी दलों से संसद में शांति बनाए रखने और प्रश्नकाल को बाधित नहीं करने की अपील की, लेकिन विपक्षी नहीं माने उसके बाद स्पीकर ने हंगामे के बीच लोकसभा की कार्रवाई को करीब 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब फिर से लोकसभा की कार्रवाई फिर से शुरू हो चुकी है। मगर लोकसभा स्पीकर अभी तक वापस नहीं आए और उनके स्थान पर संध्या राय पीठासीन बनकर संसद में आई और संसद की कार्रवाई को आगे बढ़ाया। वहीं, बताया जा रहा है कि संसद की कार्रवाई दौबारा शुरू होने के बाद एक बार फिर से विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया और अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे।
इसके साथ ही बता दें कि, देश की राजधानी दिल्ली में आज संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका हैं, जो कि 19 दिसंबर तक चलेगा। बता दें कि, इस दौरान करीब 15 बैठकें होने वाली है। वहीं आज सुबह शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद सबसे पहले पीएम मोदी ने हंस द्वारा पर मीडिया को ब्रीफ दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि, उन्हें चुनावी हार-जीत के परिणामों से बाहर निकलकर इसकी निराशा या अहंकार का अखाड़ा संसद को नहीं बनाना चाहिए और जनता की आकांक्षाओं तथा लोकतंत्र की मर्यादाओं के अनुरूप संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि संसद का महत्वपूर्ण शीतकालीन सत्र शांतिपूर्ण ढंग से चलेगा और सभी सदस्य देश की प्रगति के लिए तथा चुने हुये प्रतिनिधियों को अपनी अभिव्यक्ति का अवसर देने के लिए सदन को चलाने में अपना सहयोग करेंगे। पीएम मोदी ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले संसद भवन परिसर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, राष्ट्र तेज गति से आगे बढ़ रहा है और इसे और आगे बढऩे की ऊर्जा देने का काम शीतकालीन सत्र करेगा, उन्हें ऐसा उन्हें विश्वास है। चुनावी हार जीत लोकतंत्र का हिस्सा है लेकिन संसदीय लोकतंत्र की मजबूती का दायित्व हम सबकी जिम्मेदारी है।
कांग्रेस के मणिकम टैगोर ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन एसआईआर पर विशेष चर्चा कराने की मांग करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को स्थगन प्रस्ताव दिया है। मणिकम टैगोर ने अपने स्थगन प्रस्ताव में आरोप लगाया है कि, एसआईआर को एकतरफा, अलोकतांत्रिक और पूरी तरह अव्यवस्थित तरीके से लागू किया गया है। उनका कहना है कि इस पर न कोई चर्चा हुई, न किसी से कोई परामर्श हुआ, न राज्यों के साथ समन्वय और न ही जनता की समस्याओं पर विचार हुआ है।
मणिकम टैगोर कहा कि बीएलओ दिन-रात काम कर रहे हैं, शिक्षक कक्षाओं और चुनावी दायित्वों के बीच संघर्ष कर रहे हैं। कई बीएलओ बेहोश हो चुके हैं। कुछ की मौत हो चुकी है। कुछ ने आत्महत्या तक कर ली है। इसके बावजूद चुनाव आयोग ने कोई जांच नहीं की, कोई डेटा जारी नहीं किया, और न ही राज्यवार तथा केंद्रशासित प्रदेशवार बीएलओ मौतों को स्वीकार किया है। इसके आगे आरापे लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह गंभीर मुद्दा है इसलिए सदन में इस पर विशेष चर्चा करना बहुत जरूरी है।

Comment List