जीवनशैली में बदलाव कर ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण संभव : विजय
आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य करना होगा
हॉट स्पॉट्स आइडेंटिफि केशन एवं मिटिगेशन प्लान फॉर कण्ट्रोल ऑफ नॉइज पॉल्यूशन फॉर जयपुर’ विषय पर दिए गए पीपीटी प्रस्तुतीकरण के दौरान सम्बोधित कर रहे थे।
जयपुर। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सदस्य सचिव विजय एन ने कहा कि वायु एवं जल प्रदूषण की तरह ही ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना मंडल की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में ध्वनि प्रदूषण से मानव एवं सामाजिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों एवं ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के संभावित उपायों से आमजन को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य करना होगा, ताकि मानवीय एवं वन्य जीवन को वायु एवं जल प्रदूषण के साथ ध्वनि प्रदूषण से भी सुरक्षित किया जा सके। विजय एन मंडल मुख्यालय में सीएसआईआर-सीएसआईआर, नई दिल्ली के मुख्य वैज्ञानिक डॉ.नसीम अख्तर द्वारा ‘नॉइज मैपिंग, हॉट स्पॉट्स आइडेंटिफि केशन एवं मिटिगेशन प्लान फॉर कण्ट्रोल ऑफ नॉइज पॉल्यूशन फॉर जयपुर’ विषय पर दिए गए पीपीटी प्रस्तुतीकरण के दौरान सम्बोधित कर रहे थे।
जयपुर, जोधपुर एवं कोटा शहर के ध्वनि प्रदूषण का करवाया जा रहा अध्ययन
सीएसआईआर-सीआरआरआई, नई दिल्ली के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ.नसीम अख्तर ने बताया कि अध्ययन के दौरान यह पाया गया कि जयपुर, जोधपुर एवं कोटा शहर में ध्वनि प्रदूषण का सबसे बड़ा स्रोत वाहनों के कारण होने वाला यातायात पाया गया है। ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हॉटस्पॉट्स की पहचान कर ली गयी है। शीघ्र ही रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय किए जा सकेंगे।

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