अरबों रुपए खर्च के बाद भी पिंकसिटी की दुर्दशा : कहीं खुले चैंबर हादसों को दे रहे है निमंत्रण, कहीं बारिश से धंस गए चैंबर
नालों में कचरा और सड़कों पर सीवरेज का पानी
मानसून के दौरान अतिवृष्टि होने की स्थिति में आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए जिला कलक्टर की मॉनिटरिंग में नगर निगम जयपुर ग्रेटर, हेरिटेज और जेडीए विकास का रोडमेप कागजों में तैयार करते हैं।
जयपुर। मानसून के दौरान अतिवृष्टि होने की स्थिति में आमजन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए जिला कलक्टर की मॉनिटरिंग में नगर निगम जयपुर ग्रेटर, हेरिटेज और जेडीए विकास का रोडमेप कागजों में तैयार करते हैं। जैसे ही तेज बारिश हो जाती है तो तीनों विभागों के हाथ पैर फूल जाते हैं और शहर में जगह-जगह पानी भरने, यातायात जाम होने, सीवर लाइनें उफनने सहित अन्य समस्याएं खुलकर सामने आती हैं और आमजन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। नगर निगम जयपुर ग्रेटर एवं हेरिटेज में दोनों ही आयुक्त पदभार ग्रहण करने के बाद दिन-रात अपने-अपने क्षेत्रों में दौरे तो कर रहे हैं, लेकिन उनके ही अधिकारी उनको ऐसे स्थानों पर नहीं ले जा रहे जहां लोगों की समस्याएं अधिक है। इसके चलते लोगों को समय पर राहत नहीं मिल पा रही है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से आदेश भी हुए हवा
नगर निगम जयपुर ग्रेटर के वार्ड नं. 101 स्थित श्योपुर मार्ग पन्नाधाय सर्किल के पास सीवर लाइन पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से जाम पड़ी है और स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत राजस्थान संपर्क पोर्टल पर की। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से निगम ग्रेटर आयुक्त को समस्या का निस्तारण करने के लिए 3 जुलाई को पत्र लिखा, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ। स्थानीय निवसी जगदीश लाल मीणा ने बताया कि सीवर लाइन जाम की शिकायत स्थानीय पार्षद के साथ ही सांगानेर जोन कार्यालय में दर्ज करवाई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। इसके बाद राजस्थान संपर्क पोर्टल पर इसकी शिकायज दर्ज कराने के बाद जैटिंग मशीन तो आई लेकिन बिना समाधान करें वापस चली गई।
पेचवर्क का काम किया शुरू
राजस्थान पुलिस लाइन के पास पारीक कॉलेज रोड पर बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों का पेचवर्क करना शुरू कर दिया, लेकिन अभी शहर के विभिन्न इलाकों में क्षतिग्रस्त सड़कें वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।

Comment List