नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट बनने जा रहे एमबीबीएस छात्र समेत पांच गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज सहित अन्य उपकरण जब्त
पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि नीट परीक्षा के संबंध में एसओजी की तरफ से इनपुट मिला कि कुछ संदिग्ध डमी के तौर पर सक्रिय हैं।
जयपुर। जिला पश्चिम की डीएसटी समेत तकनीकी टीम ने सोमवार को नीट परीक्षा में पांच लाख रुपए में सौदा तय कर डमी कैंडिडेट के तौर पर बैठने का प्रयास करने वाले एमबीबीएस छात्र, दो मेडिकल स्टूडेंट समेत पांच जनों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह नीट के बाद एक और परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने वाले थे। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान एडवांस में लिए 50 हजार रुपए, स्कॉर्पियो गाड़ी, तीन ब्लूटूथ, दो ईयरबड, चार मोबाइल, फर्जी तरीके से तैयार किए गए दस्तावेज सहित अन्य उपकरण जब्त किए हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार आरोपित अजीत कुमार बराला चिमनपुरा चौमूं, सोहन लाल चौधरी सामोद, जितेन्द्र शर्मा बिचपड़ी हरमाड़ा, संजय चौधरी सामोद और रोहित गोरा मंगलम सिटी चौमूं का रहने वाला है। पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि नीट परीक्षा के संबंध में एसओजी की तरफ से इनपुट मिला कि कुछ संदिग्ध डमी के तौर पर सक्रिय हैं। इसके आधार पर भांकरोटा के एसआई सुरेन्द्र सिंह नेतृत्व में तकनीकी सेल की टीमें बनाईं।
इन टीम ने जानकारी जुटाई तो सूचना सही पाई गई। इसके बाद परीक्षा से पहले ही करणी विहार स्थित जगदम्बा नगर में दबिश देकर एक फ्लैट से अजीत, सोहन और जितेन्द्र को पकड़ लिया। जितेन्द्र कर्नाटक की एक मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस, अजीत व सोहन जयपुर आयुर्वेद यूनिवर्सिटी से बीएएमएस कर रहे हैं। आरोपी जितेन्द्र भी पहले बीएमएस करता था, ऐसे में तीनों आपस में दोस्त थे। पिछले साल जितेन्द्र को नीट के जरिए कर्नाटक में कॉलेज मिल गई तो वह एमबीबीएस करने लग गया। एआई टूल से मिक्सिंग कर तैयार की गई फोटो से फार्म भरा: डीसीपी कुमार ने बताया कि पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों के पास रोहित गोरा नाम का नीट परीक्षा का एडमिट कार्ड और 50 हजार रुपए मिले। एडमिट कार्ड पर जितेन्द्र की फोटो लगी थी। इसके संबंध में पूछताछ की गई तो सामने आया कि एमबीबीएस स्टूडेंट जितेन्द्र अगले दिन रोहित की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने वाला था। इसके लिए पांच लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। 50 हजार रुपए एडवांस मिल गए और बाकी रुपए परीक्षा के बाद देने थे। ऐसे में आरोपियों ने पहले ही तैयारी कर ली और एआई टूल से मिक्सिंग करके तैयार की गई फोटो से फार्म भरा। उसके बाद पुलिस ने तलाश कर रोहित गोरा को भी पकड़ लिया।
आरोपियों ने फोटो मिक्सिंग का काम उदयपुर में आरसीए के स्टूडेंट विशाल रेवाड़ से करवाया था। आरोपियों के पास एक ओर एडमिट कार्ड मिला है। जो संजय के नाम था ये गिरोह संजय की जगह 27 मई को होने वाली पैरा मेडिकल परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठने वाला था। उसके बाद तलाश शनिवार को संजय को भी पकड़ लिया।

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