तीन साल से अपराधों में लगातार कमी : पुलिस की सख्ती से गुण्डों की खैर नहीं, नाकाबंदी, गश्त, दबिश और तकनीकी संसाधनों से अपराध हुआ कम
अपराधियों पर नकेल कसी
वर्ष 2025 प्रदेश के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है।
जयपुर। वर्ष 2025 प्रदेश के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है, जहां बीते वर्षों में अपराध की बढ़ती दर चिंता का विषय बनी हुई थी। इस साल अप्रैल तक के आंकड़ों ने राहत की सांस दी है। पिछले तीन वर्षों के मुकाबले 2025 में अपराधों में बड़ी कमी दर्ज की गई है, जिससे कानून व्यवस्था भी बेहतर रही है। खास बात यह है कि हत्या, लूट और हत्या के प्रयास जैसे जघन्य अपराधों में कमी आई है। लुटेरे अब अपने इरादों में नाकाम हुए हैं तो डकैतों की धमक फीकी पड़ चुकी है और चोरों की ‘पौ बारह’ होने की गुंजाइश भी अब कम हो गई है।
अपराधियों पर नकेल कसी :
पुलिस की सक्रियता, तकनीकी निगरानी जैसे सीसीटीवी कैमरों की बढ़ती संख्या और आम जनता की सजगता ने अपराधियों पर नकेल कसी है, जिसका सीधा असर अपराध की दर पर पड़ा है। अगर निगरानी और सतर्कता की यदि यही रफ्तार बनी रही तो आने वाले समय में बदमाशों पर और शिकंजा कसा जाएगा।
पुलिस के प्रयास :
प्रदेश में पुलिस ने लगातार अपराध करने वाले गिरोहों पर निगरानी रखी। एक-एक कर सभी अपराधियों को जेल भेजा गया। जेल से छूटने के बाद भी उन पर लगातार निगरानी बनाई गई। बाहर से आने वाले गिरोहों पर भी लगातार सख्ती की गई। सीसीटीवी कैमरों के आधार पर लगातार बदमाशों को चिन्हित कर रिकॉर्ड तैयार किया गया। सख्त नाकाबंदी, गश्त और प्रिवेंटिव एक्शन ने बदमाशों पर नकेल कसने का काम किया। क्राइम हॉटस्पॉट पर नियमित गश्त से मॉनिटरिंग की गई। साइबर सेल और इंटेलीजेंस के मार्फत बदमाशों पर कार्रवाई की गई।

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