1952 से अब तक 97 सीटों पर बाई-इलेक्शन, कांग्रेस का रहा दबदबा, भाजपा केवल 22 सीटें ही जीत सकी
पिछले पांच साल में आठ सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें छह कांग्रेस, बीजेपी और रालोपा को एक-एक सीट मिली
पिछले पांच साल में राज्य की आठ सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें छह सीटें तो कांग्रेस ने जीती, लेकिन बीजेपी व रालोपा को एक-एक सीट पर ही जीत मिली।
नवज्योति, जयपुर। राजस्थान में विधानसभा गठन के बाद से अब तक कुल 97 सीटों पर उपचुनाव हुए है, लेकिन इन चुनावों में कांग्रेस का दबदबा रहा है अर्थात 59 जगहों पर कांग्रेस, 22 पर बीजेपी, तीन पर निर्दलीय तथा सीपीएम, सीपीआई और रालोपा के खाते में एक-एक सीट गई। पिछले पांच साल में राज्य की आठ सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें छह सीटें तो कांग्रेस ने जीती, लेकिन बीजेपी व रालोपा को एक-एक सीट पर ही जीत मिली। 1955 में 17 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें 15 सीटों पर केवल कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि दो सीटें अन्य दलों के खाते में गई।
किस सीट के उपचुनाव में किस पार्टी से कौन जीता
1955 में 17 सीटों पर उपचुनाव हुए, जिसमें 17 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि पीएसपी और सीओएमएम ने एक-एक सीट हासिल की। इसके बाद 1958 में तीन सीटों पर बाय इलेक्शन हुए, जिसमें दो कांग्रेस और एक बीजेएस ने जीती। 1959 में महुआ सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के छुट्टन लाल ने जीत दर्ज की। 1960 में नोखा सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के रेवत मल पारीक ने जीत दर्ज की। 1961 में बूंदी सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस के बृजसुंदर चुनाव जीते। 1964 में महुआ सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें एसडब्ल्यूडी के मंदाता सिंह चुनाव जीते। 1964 में हनुमानगढ़ के उपचुनाव में कांग्रेस के कुंभाराम आर्य, 1965 में तीन सीटों पर उपचुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के बानसुर से बद्री प्रसाद और राजखेडा से दामोदर व्यास व नोहर से निर्दलीय दयाराम ने चुनाव जीता। 1967 में, खानपुर के उपचुनाव में बीजेएस के शिवकुमारी जीती। 1988 में दो सीटों के उपचुनाव में कांगे्रस जीती। चौमूं से रामकिशोर एवं जालौर से विर्धाराम चुनाव जीते। 1969 में खेतडी के उपचुनाव में कांग्रेस के शीशराम ओला चुनाव जीते। 1970 में टोंक से एनसी(जे) के सुरेन्द्र प्रसाद और नसीराबाद से शंकर सिंह जीते।
1973 से 2023 के बीच उपचुनाव की स्थिति
1973 में सादुलपुर से सीपीएम के मोहर सिंह, 1974 में तिजारा से रतीराम सीपीआई, भरतपुर से रामकिशन एसएसपी, सुमेरपुर से किशोरी लाल कांग्रेस और आसींद से गिरधारी लाल कांग्रेस के जीते। 1977 में छबड़ा से जेएनपी के भैरोंसिंह शेखावत, 1978 में रूपवास से दंताराम जेएमपी, बनेरा से कल्याण सिंह कालवी जेएमपी, 1980 में वेर से कांग्रेस के जगननाथ पहाडिया, 1982 में सरदारशहर से कांग्रेस के केशरी चंद, 1983 में पिण्डवाड़ा आबू से कांग्रेस के सोमाराम, दौसा से बीजेपी के राधेश्याम बंशीवाल, मंडावा से रामनारायण चौधरी कांग्रेस से, 1984 में थानागाजी से कांग्रेस के धूणीलाल, 1985 में करणपुर से कांग्रेस के इकबाल कौर, आमेर से कांग्रेस के रामप्रताप कटारिया, 1988 में खेतडी से कांग्रेस के जितेन्द्र, 1990 में छबड़ा से बीजेपी के नंदकिशोर शर्मा, 1991 में डीग से निर्दलीय अर्जुन सिंह, बामनवास से कांग्रेस के हीरालाल, निवाई से बीजेपी के कैलाश मेघवाल, मांडलगढ़ से कांग्रेस के भंवरलाल जोशी, 1994 में राजखेडा से बीजेपी के मनोहरमा सिंह, 1995 में बयाना से कांग्रेस ब्रिजेन्द्र सिंह, बांसवाडा से बीजेपी के भवानी जोशी, भीलवाड़ा से बीजेपी के रामरिछपाल नवल, 1996 में सरदारशहर से जेडी के भंवरलाल शर्मा, झुंझुनूं से बीजेपी के मूल सिंह, 1997 में फुलेरा से बीजेपी के रामनारायण किशन, 1999 में सरदारपुरा से कांग्रेस के अशोक गहलोत, 2000 में रायसिंहनगर से कांग्रेस के सोहनलाल, सादुलपुर से निर्दलीय नंदलाल पूनिया, मंडावर से बीजेपी के धर्मपाल चौधरी, निम्बाहेडा से कांग्रेस के मधू दाधीच, आसपुर से कांग्रेस के रैया मीणा, आसींद से बीजेपी के रामलाल गुर्जर, लूणकरणसर से बीजेपी के माणिक चंद सुराणा, 2001 में हिंडौली से बीजपी के नाथूलाल गुर्जर, 2002 में अजमेर से कांग्रेस के नानकराम, बानसूर से बीजेपी के रोहिताश कुमार, सागवाड़ा से बीजेपी के कनकमल कटारा, बाली से बीजेपी के पुष्पेन्द्र सिंह, 2004 में बहरोड से बीजेपी के चांदनाथ, मेडता से कांग्रेस के रामचंद्र, 2005 में लूणी से बीजेपी के जोगाराम पटेल, 2006 में डीग से बीजेपी के दिव्या सिंह, डूंगरपुर से कांग्रेस के कुंजीलाल परमार, 2009 में टोडाभीम से बीजेपी के रमेश चंद्र, सलूंबर से कांग्रेस के बंसता, 2014 में सूरजगढ़ से कांग्रेस के श्रवण कुमार, वैर से कांग्रेस के भजनलाल जाटव, नसीराबाद से कांग्रेस के रामनारायण, कोटा साउथ से बीजेपी के संदीप शर्मा, 2017 में धौलपुर से बीजेपी के शोभारानी कुशवाह और 2018 में मांडलगढ़ से कांग्रेस के विवेक धनखड़ ने चुनाव जीता। 2019 में खींवसर सीट से रालोपा के नारायण बेनीवाल, मंडावा से कांग्रेस की रीटा चौधरी, 2021 में राजसमंद से बीजेपी की दीप्ति किरण माहेश्वरी, वल्लभनगर से कांग्रेस की प्रीति गजेन्द्र सिंह शेखावत, सहाडा से कांग्र्रेस की गायत्री देवी, सूरजगढ़ से कांग्रेस के मनोज कुमार, धरियावद से कांग्रेस के नागराज, 2022 में सरदारपुरा से कांग्रेस के अनिल कुमार शर्मा ने जीत दर्ज की।

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