आजादी के आंदोलन में गणेशोत्सव ने समाज को एकजुट किया : राज्यपाल हरिभाऊ बागडे
गणेशोत्सव 2025 का आयोजन: सुनी प्रधानमंत्री की 'मन की बात'
आयोजन के दौरान मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धि विनायक गणेश मंदिर का प्रसाद वितरण आकर्षण का केंद्र रहा।
जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि आजादी के आंदोलन में गणेशोत्सव ने सामाजिक एकता और राष्ट्र जागरण का महत्वपूर्ण माध्यम बनकर समाज को एकजुट करने का कार्य किया था। लोकमान्य तिलक ने इस परंपरा को राष्ट्रीय एकता से जोड़ा। यह आज भी हमें सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक मूल्यों को संजोए रखने की प्रेरणा देता है। बागडे रविवार को गणेशोत्सव 2025 को कांस्टीट्यूशन क्लब में सम्बोधित कर रहे थे। गणेशोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया। कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि गणेशोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक है। जगद्गुरु दिवाकर द्वाराचार्य अवधेशदास महाराज ने कहा कि भगवान गणेश विघ्नहर्ता और बुद्धि समृद्धि के दाता हैं। यह गणेशोत्सव हम सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाए। आयोजन के दौरान मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धि विनायक गणेश मंदिर का प्रसाद वितरण आकर्षण का केंद्र रहा। अंत में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुरस्कार वितरण ने आयोजन में चार चांद लगा दिए।
'राजस्थान गौरव' पुरस्कार सम्मान मिला
राज्यपाल बागडे ने संस्कृति संस्थान की ओर से आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को राजस्थान गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय संस्कृति है कि अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृति का अर्थ ही होता है-निरंतर जो परिवर्तन को लेकर चले। संस्कृति संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने स्वागत करते हुए संस्था द्वारा किए जा रहे कायोंर् और सम्मानित प्रतिभाओं के बारे में बताया।

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