आमेर महल और लेपर्ड सफारी में देशी-विदेशी पर्यटकों की चहल-पहल, गुलाबी नगरी की बढ़ी रौनक
कठपुतली नृत्य और लोक कलाकारों की लाइव प्रस्तुतियां
पर्यटन सीजन ने गुलाबी नगरी के पर्यटन स्थलों की रौनक बढ़ा दी। शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर देशी और विदेशी पर्यटकों की आवक दिखाई देने लगी। यहां आकर पर्यटक न सिर्फ ऐतिहासिक धरोहरों को देख रहे। बल्कि सेगवे राइड, हाथी सवारी, कठपुतली नृत्य और लोक कलाकारों की लाइव प्रस्तुतियां भी उन्हें लुभा रही हैं। पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और अधिक बढ़ने वाली।
जयपुर। पर्यटन सीजन ने गुलाबी नगरी के पर्यटन स्थलों की रौनक बढ़ा दी है। शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर देशी और विदेशी पर्यटकों की आवक दिखाई देने लगी है। यहां आकर पर्यटक न सिर्फ ऐतिहासिक धरोहरों को देख रहे हैं। बल्कि सेगवे राइड, हाथी सवारी, कठपुतली नृत्य और लोक कलाकारों की लाइव प्रस्तुतियां भी उन्हें लुभा रही हैं। पर्यटन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और अधिक बढ़ने वाली है।
सोमवार को इतने आए पर्यटक: पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के संरक्षित स्मारकों पर भी पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिली। हवामहल स्मारक में सोमवार को 5220 पर्यटक पहुंचे। जंतर-मंतर में 4,145 और ईसरलाट में 223 पर्यटकों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
झालाना लेपर्ड रिजर्व: अप्रैल से सितंबर तक 21,635 पर्यटक आए। इनसे वन विभाग को 1,91,33, 557 रुपए राजस्व मिला।
आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व: अप्रैल से सितंबर तक 3,856 पर्यटक आए। इससे वन विभाग को 32,75,388 रुपए राजस्व मिला।
इनका कहना है...
झालाना के साथ ही आमागढ़ में लेपर्ड की अच्छी साइटिंग होने के चलते यहां भी पर्यटकों की अच्छी बुकिंग आ रही है।
-जितेन्द्र सिंह शेखावत, रेंजर
ऐतिहासिक धरोहरों और वाइल्ड लाइफ के संगम ने जयपुर को एक बार फिर पर्यटकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बना दिया है।
-संजय कौशिक,
पर्यटन विशेषज्ञ

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