सरकारी अध्यापक ने ट्रेन के आगे कूदकर की खुदकुशी
सुसाइड नोट में लिखा काम का दबाव
पुलिस ने बताया कि मुकेश कुमार जांगिड़ (36) धर्मपुरा कालवाड़ का रहने वाला था और वह राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नारीका बास में अध्यापक था।
जयपुर। बिंदायका थाना इलाके में एक सरकारी अध्यापक ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। उसने सुसाइड नोट में काम का दबाव होने के साथ अधिकारियों की सस्पेंड करने की धमकी से प्रताड़ित होने की बात लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट जप्त कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि मुकेश कुमार जांगिड़ (36) धर्मपुरा कालवाड़ का रहने वाला था और वह राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नारीका बास में अध्यापक था। उसकी झोटवाड़ा विधानसभा के धर्मपुरा भाग संख्या-175 में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) के पद पर भी तैनाती थी। वह एसआईआर का काम देख रहा था। मुकेश रविवार अलसुबह करीब साढेÞ चार बजे बाइक लेकर घर से निकला। उसने बिंदायका फाटक के पास बाइक खड़ी कर ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्षत-विक्षत शव को कब्जे में लेकर अस्पताल के मुर्दाघर पहुंचाया। एफएसएल की मदद से पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं।
यह लिखा सुसाइड नोट में
मुकेश की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। उसमें लिखा है कि सरकार की एसआईआर योजना के तहत उसे काम-काज को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है। उसने ज्यादा काम का दबाव और सस्पेंड करने की धमकी देने को लेकर एसआईआर इंचार्ज सीताराम बुनकर पर आरोप लगाए है। आरोप है कि इंचार्ज उसे लगातार धमकियां देकर प्रताड़ित कर रहा है। इससे वह परेशान है। सुसाइड नोट के आधार पर सीताराम से पूछताछ होगी।
ऐसे मिली सूचना
मृतक के छोटे भाई गजानंद ने बताया कि मुकेश के दो बेटी और एक बेटा है। वह बीएलओ ड्यूटी के लिए सुबह करीब साढेÞ चार बजे निकलता था। उसके पास गांव भंभौरी-शिम्भुपुरा का काम था। रविवार सुबह करीब सवा पांच बजे पुलिस ने उसके खुदकुशी की सूचना दी। उसकी जेब में चाबी के साथ 500 रुपए और कुछ पर्चियों के अलावा सुसाइड नोट मिला है।

Comment List