भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र, भारतीय मूल की संस्कृति के कारण लोकशाही अब भी जीवंत : बागडे
बागडे ने मतदान में सभी को भाग लेने का आह्वान किया
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र बताते हुए कहा है कि मतदान में इतनी ताकत है कि इससे छोटे को बड़ा किया जा सकता है और बहुत बड़े को भी छोटा किया जा सकता है।
जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र बताते हुए कहा है कि मतदान में इतनी ताकत है कि इससे छोटे को बड़ा किया जा सकता है और बहुत बड़े को भी छोटा किया जा सकता है। बागडे शनिवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित 15 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बगैर लालच के निर्भीक होकर मतदान में सभी को भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी को निर्भीक और निष्पक्ष होकर मतदान करते हुए लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की शपथ भी दिलाई।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय मूल की संस्कृति, आचार पद्धति विश्व भर में प्रेरणा देने वाली रही है। इस संस्कृति के कारण ही लोकशाही हमारे यहां आज भी जीवंत है। उन्होंने कहा कि आजादी मिलने पर चर्चिल ने कहा था कि भारत अज्ञानी देश है, यहां लोकतंत्र पनप नहीं सकेगा। पर यह हमारी मानवीय मूल्यों पर आधारित संस्कृति ही है, जिससे भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र बना। उन्होंने नए युवा मतदाताओं को मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने और मतदान में भागीदार बनने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने सभी को मतदान करने, मतदान सूचियों की त्रुटियां दूर करने में सहयोग करने और एक मतदाता का दो या तीन स्थानों पर नाम होने पर स्वयं प्रेरित होकर उसे एक ही स्थान पर सूची में नाम रखने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि मतदाता दिवस की सार्थकता इसमें है कि सामुहिक प्रयासों से अधिकाधिक मतदान हो। मतदान से कोई वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस मतदान के प्रति जागरूक ही नहीं करता बल्कि वोट देकर लोकतंत्र को मजबूत करने से जुड़ा प्रेरक पर्व है। उन्होंने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए भी सभी को मिलकर प्रयास करने का आह्वान किया। राज्यपाल ने समारोह में मतदान जागरूकता के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले 35 अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। आरंभ में उन्होंने मतदान जागरूकता के आलोक में निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन कर मतदान और लोकतंत्र से संबंधित पेंटिंग्स की सराहना की। उन्होंने नवीन युवा मतदाताओं को इस अवसर पर सम्मानित किया।
भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त राजीव कुमार का संदेश भी इस दौरान प्रसारित किया गया। इसमें उन्होंने कहा कि भारत में मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है। जल्द ही देश 100 करोड़ मतदाता वाला राष्ट्र हो जाएगा। यह कई देशों के संयुक्त मतदाता संख्या से भी अधिक है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने मतदान दिवस को उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मतदान के महत्व की चर्चा करते हुए राजस्थान में मतदान के किए किए गए नवाचारों और मतदान दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में विस्तार से अवगत कराया। राज्यपाल के सचिव डा. पृथ्वीराज भी इस अवसर पर मौजूद थे। जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर डा. जितेंद्र सोनी ने सभी का आभार जताया। समारोह में आदिवासी कलाकारों द्वारा वोट तुम डारो रसिया, लोकतंत्र की सुनो पुकार मत खोना अपना अधिकार पर नृत्य और संगीत प्रस्तुति दी गई।
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