राजस्थान में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के तहत लिगेसी वेस्ट के निपटान में बड़ी सफलता, 76 लाख घन मीटर वेस्ट का निस्तारण पूरा

76 लाख घन मीटर लिगेसी वेस्ट का सफलतापूर्वक उपचार किया जा चुका

राज्य को स्वच्छ, हरित और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है

जयपुर। राज्य को स्वच्छ, हरित और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के तहत लिगेसी वेस्ट (पुराने कचरे) के उपचार के लिए राज्यभर में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सरकार द्वारा राज्य की 176 डंप साइट्स की पहचान की गई, जिनमें कुल 88 लाख घन मीटर लिगेसी वेस्ट मौजूद था।

अब तक इनमें से 76 लाख घन मीटर लिगेसी वेस्ट का सफलतापूर्वक उपचार किया जा चुका है। इस प्रक्रिया के दौरान 4,03,392 मीट्रिक टन अपशिष्ट RDF (Refuse-Derived Fuel) के रूप में तैयार किया गया, जिसका उपयोग आगे चलकर विभिन्न सीमेंट संयंत्रों में किया जाएगा। यह कदम न केवल कचरा प्रबंधन को बेहतर बना रहा है, बल्कि औद्योगिक उपयोग में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।

सरकार ने इस परियोजना के तहत लगभग 593 एकड़ भूमि को भविष्य में उपयोग व वृक्षारोपण हेतु चिह्नित किया है, जिससे इन क्षेत्रों का हरित क्षेत्र में परिवर्तन सुनिश्चित किया जा सके। एसबीएम अर्बन निदेशक प्रतीक जुइकर ने बताया कि यह पहल राज्य में सतत विकास, पर्यावरणीय संरक्षण और संसाधनों के पुनः उपयोग की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभर रही है।

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