प्रदेश भाजपा का बीता एक साल पार्टी के पावर सेंटर चन्द्रशेखर की विदाई मदन राठौड़ भाजपा के नए अध्यक्ष बने
लोकसभा चुनावों में झटका लगा उपचुनाव में बड़ी जीत हुई
इसके बाद जोशी को हटाकर 26 जुलाई 2024 को उनकी जगह प्रदेशाध्यक्ष पद की कमान राज्यसभा सांसद मदन राठौड को दी गई।
जयपुर। राजस्थान की भाजपा बीते एक साल में बड़े परिवर्तन हुए हैं। पार्टी 2024 आने से पहले सत्ता में आ गई थी। सत्ता में आने के एक माह बाद ही 15 जनवरी 2024 को प्रदेश में भाजपा का पॉवर सेंटर रहे भाजपा के संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर मिश्रा की विदाई हो गई। वे सात साल तक भाजपा में इस अहम पद पर रहे। उन्हें यहां से तेलंगाना भेजा गया। अब 11 माह बीत जाने के बाद भी यह पद रिक्त है। चन्द्रशेखर से पूर्व भी प्रदेश में करीब आठ साल संगठन महामंत्री नहीं रहा था। भाजपा को नया संगठन महामंत्री बनने का इंतजार है। वहीं भाजपा में दूसरा बड़ा बदलाव प्रदेशाध्यक्ष पद पर हुआ। प्रदेश की टीम का चेहरा बीते साल की शुरूआत के वक्त चित्तौडगढ़ मे सांसद सीपी जोशी प्रदेशाध्यक्ष थे।
जोशी राजस्थान में पार्टी को सत्ता में लाने में तो कामयाब हो गए थे। लेकिन लोकसभा चुनावों में राजस्थान में लोकसभा चुनावों से 25 की 25 सीटें जीतने की हैट्रिक को झटका लगा। भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में सारी सीटें जीती थी।
लेकिन 2024 के चुनावों में भाजपा राजस्थान में 11 सीटें जिनमें करौली-धौलपुर, बांसवाड़ा, गंगानगर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, बाडमेर, टोंक-सवाईमाधोपुर, दौसा और भरतपुर में चुनाव हार गई। पार्टी को बड़ा झटका लगा। इसके बाद जोशी को हटाकर 26 जुलाई 2024 को उनकी जगह प्रदेशाध्यक्ष पद की कमान राज्यसभा सांसद मदन राठौड को दी गई। इसके बाद प्रदेश में सात सीटों के उपुचनाव हुए। जो सत्ता के साथ ही संगठन की टीम के चेहरे राठौड की अग्नि परीक्षा थी। जिसमें भाजपा ने पांच सीटों पर काबिज होकर बड़ी जीत हासिल की, क्योंकि झुंझुनूं, देवली-उनियारा, रामगढ़ सीट पर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस काबिज हुई थी। उन सीटों को कांग्रेस से छीना, वहीं खींवसर सीट पर आरएलपी और उसमें सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की पत्नि को हराकर भाजपा ने उनका किला ढ़हाया। साथ ही सलूम्बर विधानसभा सीट पर भाजपा फिर से काबिज हुई।
चार साल बाद संगठन चुनाव हो रहे, नए साल में नया निर्वाचित अध्यक्ष
भाजपा में इस साल के आखिरी कुछ दिन बचे हैं। भाजपा में संगठन का चुनाव चल रहा है। पार्टी में चार साल बाद संगठन के चुनाव से बूथ, मंडल, जिला और फिर इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन करने की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा में इससे पूर्व चार साल पहले संगठन चुनाव हुए थे। तब वष्र 14 सितम्बर 2019 को बने मनोनीत अध्यक्ष सतीश पूनियां को ही निर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। अब वर्तमान में चल रहे संगठन चुनावों में भाजपा ने अब तक करीब 52 हजार बूथों, 1137 मंडलों के चुनाव पूरे कर लिए हैं। अब 44 जिला इकाईयों के जिलाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। नए साल में भाजपा का नया निर्वाचित अध्यक्ष मिलेगा। लगभग तय है कि नए निर्वाचित अध्यक्ष भी वर्तमान में मनोनीत प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड को ही बनाया जाएगा।
माथुर सिक्किम के राज्यपाल बने, भाभड़ा का निधन हुआ
भाजपा की प्रदेश राजनीति में बड़ा चेहरा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर का था। उन्होंने राजस्थान ही नहीं देशभर में भाजपा की नींव मजबूत करने का काम किया। वे अब प्रदेश की राजनीति से दूर हो गए हैं। उन्हें सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया। वहीं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व पूर्व डिप्टी सीएम रहे हरिशंकर भाभड़ा का 24 जनवरी 2024 को 96 साल की उम्र में निधन हो गया। राजस्थान की नई विधानसभा बनाने में उनका अहम रोल था।
भाजपा ने नौ साल बाद सदस्यता अभियान चलाया
प्रदेश भाजपा ने वर्ष 2014 में तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के नेतृत्व में सदस्यता अभियान चलाया था। इसके बाद अब पार्टी ने नौ साल बाद फिर से बीते दिनों सदस्यता अभियान चलाया। जिसमें पार्टी ने करीब 69 लाख नए सदस्य प्रदेशभर में बनाए हैं। भाजपा में सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड सहित सभी बड़े नेताओं से लेकर सामान्य कार्यकर्ताओं ने अभियान में फिर से पार्टी की सदस्यता ली है।
जयपुर कार्यकर्ताओं को शहर कार्यालय का अब भी इंतजार
भाजपा का जयपुर शहर कार्यालय वर्ष 2017-18 में प्रदेश कार्यालय में ही था। तब शहर अध्यक्ष संजय जैन थे। इसके बाद इसे यहां से कहीं और शिफ्ट करने की आगामी कार्ययोजना के साथ हटाया गया। जैन ने किराए के भवन में और उसके बाद शहर अध्यक्ष बने मोहनलाल गुप्ता ने अपने घर और वर्तमान अध्यक्ष राघव शर्मा भी अपने घर से ही कार्यालय संचालित कर रहे हैं। इस साल भी कार्यकर्ताओं को नया और स्थाई जयपुर शहर कार्यालय मिलने का इंतजार खत्म नहीं हुआ।
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