होली पर सरस की सौगात : 2 नई मिठाइयों की लॉन्चिंग, जोराराम ने कहा- मिठाई के बाजार में सरस के आने से उपभोक्ताओं में विश्वास
सरकार खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है
आरसीडीएफ को आम उपभोक्ताओं की पसन्द को ध्यान में रखते हुए नये उत्पाद बाजार में लाने चाहिए। सरकार खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है।
जयपुर। पशुपालन, देवस्थान एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा है कि प्रदेश में मिठाइयों के बाजार में सरस के आने से लोगों में सरस की शुद्धता के प्रति विश्वास बढ़ा है। जवाहर लाल नेहरु मार्ग स्थित सरस संकुल मुख्यालय में बुधवार को होली के अवसर पर हनुमानगढ़ जिला दुग्ध संघ की ओर से उत्पादित बेसन के लड्डू और काजू पिन्नी की लॉचिंग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुमावत ने कहा कि आरसीडीएफ को आम उपभोक्ताओं की पसन्द को ध्यान में रखते हुए नये उत्पाद बाजार में लाने चाहिए। सरकार खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि गृह एवं डेयरी राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि आरसीडीएफ सहित सभी जिला दुग्ध संघों को यह प्रयास करना चाहिए कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के अन्तिम छोर पर बैठे दुग्ध उत्पादकों के कल्याण के लिए नई योजनाएं लाई जाएं, जिसमें राज्य सरकार भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके। जयपुर डेयरी की सरस मायरा योजना की तारीफ करते हुए उन्होंने अन्य दुग्ध संघों को भी ऐसी कल्याणकारी योजनाएं लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरस मायरा योजना के अन्तर्गत दुग्ध उत्पादक सदस्य की बेटी के विवाह पर उसका मायरा सरस डेयरी की ओर से भरा जाता है।
सहकारी डेयरियों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के प्रयास जारी
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि पशुपालन एवं गोपालन विभाग के शासन सचिव समित शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सहकारी डेयरियों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आरसीडीएफ को अगले चार वर्षों की प्लानिंग अभी से करनी होगी ताकि सरस राजस्थान राज्य के बाहर एक बड़ा ब्राण्ड बन सके। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन की प्रशासक और प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने कहा कि आरसीडीएफ ने दीपावली पर पहली बार पूरे राजस्थान में एकसाथ 500 से ज्यादा आउटलेट्स पर मिठाइयों की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की। उपभोक्ताओं को दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरस अमृतम अभियान और दूध का दूध पानी का पानी जैसे अभियानों का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया। आरसीडीएफ द्वारा गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष केवल 5 महीनों में 44 प्रतिशत अधिक लाभ अर्जित किया है। सरस को लोकल फॉर वोकल से ग्लोबल तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जयपुर डेयरी को मिला प्रथम पुरस्कार
कार्यक्रम के दौरान आरसीडीएफ ने प्रदेश में विभिन्न जिला दुग्ध उत्पादन संघों को उनके कार्य के लिए सम्मानित किया। इसमें जयपुर सरस डेयरी से सबसे अधिक लाभ अर्जित करने के साथ ही उल्लेखनीय कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ स्केन कर घी खरीदने वाले प्रदेश के 50 उपभोक्ताओं को भी पांच-पांच हजार रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। इस दौरान फूलों की होली खेली गई और पशुपालन, देवस्थान एवं गोपालन मंत्री कुमावत एवं गृह एवं डेयरी राज्य मंत्री बेढ़म ने भी नगाडा बजाया।
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