जयपुर और राजस्थान के साथ साझेदारी के लिए लंदन उत्साहित
लाभकारी साझेदारियां तैयार कर सकता है
लंदन एंड पार्टनर्स ने राजस्थान के कई क्षेत्रों को लंदन में विस्तार की सबसे बड़ी क्षमता के रूप में चिन्हित किया है। इनमें प्रौद्योगिकी और SaaS (Software-as-a-Service) क्षेत्र शामिल हैं।
जयपुर। लंदन एंड पार्टनर्स (London & Partners) राजस्थान में निवेश और सहयोग के व्यापक अवसर देख रहा है, जिसका मुख्य कारण राज्य का बढ़ता हुआ स्टार्टअप इकोसिस्टम, मजबूत औद्योगिक आधार और कुशल कार्यबल है। लंदन की आर्थिक विकास एजेंसी का मानना है कि राजस्थान की तकनीकी विशेषज्ञता और समृद्ध डिज़ाइन विरासत का मेल फिनटेक, जलवायु तकनीक, रचनात्मक उद्योग और जीवन विज्ञान जैसे लंदन के प्रमुख क्षेत्रों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। यह तालमेल नवाचार, निवेश और बाजार विस्तार के लिए लाभकारी साझेदारियां तैयार कर सकता है।
सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
लंदन एंड पार्टनर्स ने राजस्थान के कई क्षेत्रों को लंदन में विस्तार की सबसे बड़ी क्षमता के रूप में चिन्हित किया है। इनमें प्रौद्योगिकी और SaaS (Software-as-a-Service) क्षेत्र शामिल हैं, जैसे कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), डीप टेक, फिनटेक और जलवायु तकनीक। इसके अलावा, उन्नत विनिर्माण, इंजीनियरिंग, रचनात्मक उद्योग (जैसे डिज़ाइन और डिजिटल मीडिया), और हेल्थटेक भी महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। लंदन एंड पार्टनर्स के मिडिल ईस्ट और इंडिया के रीजनल डायरेक्टर हीमीन भरुचा ने बताया कि राजस्थान की औद्योगिक शक्ति और लंदन के नवाचार इकोसिस्टम का संयोजन ज्ञान-साझाकरण और सतत विकास के लिए नए अवसर पैदा करता है।
पारंपरिक शिल्प को भी मिल रहा बढ़ावा
लंदन एंड पार्टनर्स ने जयपुर रग्स जैसे रचनात्मक और विरासत-प्रेरित व्यवसायों के साथ भी साझेदारी की संभावनाएं तलाशी हैं। ये उद्यम राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक और शिल्प विरासत को उजागर करते हैं और इनमें मजबूत निर्यात क्षमता है। लंदन का वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध डिज़ाइन इकोसिस्टम इन व्यवसायों के लिए सहयोग के बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। इनमें से कई कंपनियां अब तकनीकी क्षेत्रों की ओर भी कदम बढ़ा रही हैं, जो उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाता है।
भारतीय कंपनियों के लिए लंदन एक प्रमुख केंद्र
लंदन की आर्थिक विकास एजेंसी भारतीय कंपनियों को वैश्विक स्तर पर विस्तार करने में मदद करती है। एजेंसी अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच, निवेशक नेटवर्क और 'सॉफ्ट-लैंडिंग' जैसे कार्यक्रम प्रदान करती है। पिछले तीन सालों में, लंदन में भारतीय व्यवसायों की संख्या लगातार बढ़ी है। वर्तमान में ब्रिटेन में 1,197 भारतीय स्वामित्व वाली कंपनियां सक्रिय हैं, जिनमें से 500 से ज्यादा लंदन में स्थित हैं। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 23% की वृद्धि दर्शाती है। 2023 में 31 कंपनियों ने लंदन में अपनी स्थापना की, 2024 में 23 नई कंपनियां जुड़ीं और 2025 की शुरुआत में 16 और कंपनियां स्थापित हुईं। यह निरंतर वृद्धि बताती है कि भारतीय कंपनियां वैश्विक विस्तार के लिए लंदन को एक रणनीतिक केंद्र मानती हैं।

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