मकर संक्रांति पर नया मंत्रिमंडल लड़ाएगा पेंच

 सीएम भजनलाल शर्मा के हाथों में होगी मैदान की बागडोर  साथ में होंगी पीएम मोदी और अमित शाह की पतंगें

मकर संक्रांति पर नया मंत्रिमंडल लड़ाएगा पेंच

चुनावों में इस बार ये सभी जीतकर आए हैं इस खुशी में मैंने अबकी बार इनकी पतंगें बनाई हैं। मिलते ही सीएम को उनकी पतंग भेंट करूंगा। ये मेरी दिली ख्वाहिश भी है।

 जयपुर। जयपुर के आसमान में इस बार मकर संक्रांति पर नया मंत्रिमंडल आसमान में पेंच लड़ाता हुआ दिखाई देगा। इसकी बागडोर प्रदेश के नवनिर्वाचित सीएम भजन लाल शर्मा संभालेंगे। हांडीपुरा इलाके के पतंगबाज गफूर भाई ने पतंगों पर इस बार नए मंत्रिमंडल के मुखिया मुख्यमंत्री भजनलाल, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, विधायक बालमुकुंदाचार्य को बनाया है। 

गफूर भाई ने बताया कि चुनावों में इस बार ये सभी जीतकर आए हैं इस खुशी में मैंने अबकी बार इनकी पतंगें बनाई हैं। मिलते ही सीएम को उनकी पतंग भेंट करूंगा। ये मेरी दिली ख्वाहिश भी है। बचपन से परिवारों को देखकर इस काम को सीखा। हालांकि मैंने सरकारी सेवा भी की। मगर पतंगें बनते देखकर मुझे इनसे लगाव हो गया और शौकिया तौर पर नौकरी के बाद मिलने वाले समय में पतंगें बनाया करता था। इन पतंगों को मैंने कभी बेचा नहीं, क्योंकि यह मेरा शौक है जिसे पूरा कर रहा हूं। मीडिया में प्रचार होने के बाद पतंगों के काम में लगातार सफाई आती रही। इंदिरा गांधी, अशोक गहलोत को पतंगें बनाकर मैंने भेंट की। साढ़े पांच फुट की इन पतंगों में गफूर भाई ने केसरिया कुर्ते, सफेद पायजामे, ओरिजनल कटन, पेन और रुमाल से सजाया है। एडस रोग के प्रति जागरूकता जगाने के लिए एक सूखे पेड़ के नीचे उदास आदमी को बनाया था। पल्स पोलियो अभियान का संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए मैंने पूर्व उपराष्टÑपति स्व. भैंरोंसिंह शेखावत को बच्चे को पोलिया दवा पिलाते हुए पतंग बनाकर भेंट की थी। 

150 साल पहले शुरू हुई थी पतंगबाजी 
राजस्थान में पतंगबाजी का पुराना इतिहास है। 150 साल पहले यहां पतंगबाजी शुरू हुई थी। महाराजा रामसिंह द्वितीय लखनऊ से पतंग लाए थे वो ही बड़ी चर्खियों से आदमकद तुक्कल उड़ाया करते थे। आजादी के पहले जयपुर के जलमहल और लालडूंगरी के मैदान में पतंगबाजी की प्रतियोगिता होती थी। हालांकि पतंगबाज नाहरगढ़, जयगढ़ किले से भी पतंग लम्बी किया करते थे। उधर हांडीपुरा बाजार में हैप्पी न्यू ईयर, आत्मनिर्भर भारत, हार्ट शेप, तिरंगा, कार्टून कै रेक्टर छोटा भीम की पतंगें सज गई है। जिनको खरीदने के लिए रविवार को बाजार खचाखच भरा रहा।

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