फोन टेप किए जाने का लगाया था आरोप, विपक्ष ने बनाया बड़ा मुद्दा, किरोड़ी लाल के बयान पर भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व नाराज
अनुशासनहीनता का नोटिस देकर तीन दिन में मांगा जवाब
किरोड़ी के फोन टेपिंग बयान के बाद 7 फरवरी को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम भजनलाल शर्मा के जवाब के दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।
जयपुर। राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा के प्रदेश सरकार द्वारा खुद का फोन टेप कराए जाने के बयान पर उनसे केन्द्रीय भाजपा नेतृत्व नाराज हो गया है। दिल्ली से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने किरोड़ी के बयान को अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसका स्पष्टीकरण तीन दिन में देने के लिए कहा गया है। जानकारी के अनुसार किरोड़ी के जवाब नहीं देने पर भाजपा मामले को अनुशासनहीनता मानते हुए आगामी कार्रवाई के लिए मामले को प्रदेश की अनुशासन समिति के पास भेज सकती है। ज्ञातव्य है कि किरोड़ी के फोन टेपिंग बयान के बाद 7 फरवरी को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम भजनलाल शर्मा के जवाब के दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।
किरोड़ी ने यह दिया था बयान
किरोड़ी ने गत 6 फरवरी को कहा था कि सरकार उनकी जासूसी करा रही है। उनका फोन टेप हो रहा है। मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले उठाए थे। एसआई भर्ती मामले में परीक्षा रद्द करने की मांग की थी। सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उलटा जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है। मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वसुन्धरा सरकार के वक्त छोड़ दी थी पार्टी, अलग पार्टी बनाई थी
किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्व में भी भाजपा की भैरोसिंह सरकार के वक्त, इसके बाद वसुन्धरा सरकार में मंत्री रहते हुए अपने विरोधी तेवर दिखाए थे। बाद में 2007-08 में भाजपा छोड़कर खुद की अलग राजपा पार्टी बनाई थी। पत्नी को गहलोत सरकार में राज्यमंत्री बनाया। खुद सांसद बने। छह बार विधायक रहे किरोड़ी 11 मार्च 2018 में फिर से भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया। विधानसभा चुनावों में सवाईमाधोपुर से टिकट दिया। जीतकर आने पर कैबिनेट मंत्री बनाया।
सरकार बनने के बाद मुखर रहे किरोड़ी
लोकसभा चुनाव परिणाम के दिन 4 जून, 2024 को पूर्वी राजस्थान में लोकसभा सीटें हारने की जिम्मेदारी ली थी। बाद में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सरकारी गाड़ी, बंगला लौटा दिया। सचिवालय आना बंद कर दिया। कैबिनेट की बैठकों में नहीं आए।
विधानसभा उपचुनाव में भाई जगमोहन मीणा को दौसा विधानसभा से टिकट मिला। वे हार गए। किरोड़ी ने कहा कि उनकी पीठ में छुरा घोंपा गया। अपनों ने ही चुनाव हरवा दिया।
एसआई भर्ती पर सरकार के फैसले के खिलाफ भर्ती रद्द करने की मांग की। इसे लेकर लगातार मुखर रहे। पीएम मोदी के दौरे के दौरान कहा कि इंटेलीजेंस ने सरकार को झूठी रिपोर्ट दी है कि मैं उनके दौरे में व्यवधान डलवाऊंगा।
हाल ही में कहा कि पहले कांग्रेस गहलोत सरकार ने अपमान किया। अब खुद की सरकार अपमान कर रही है। बीजेपी ऑफिस में मुझे प्रेस कान्फ्रेंस तक नहीं करने दी।
लगातार दो विधानसभा सत्रों से अवकाश लिया।
नोटिस में पार्टी ने यह आपत्ति की
गत दिनों मंत्री परिषद से त्यागपत्र की सूचना समाचार पत्रों में प्रकाशन हेतु उपलब्ध करवाई एवं सार्वजनिक रूप से समाचार पत्रों में बयान देकर भाजपा नीत सरकार पर आप के टेलीफोन टेप कराने का आरोप लगाया, जो असत्य है। आपने सार्वजनिक रूप से उपरोक्त बयान देकर भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का कृत्य किया। आपका उपरोक्त कृत्य पार्टी के संविधान में वर्णित अनुशासन भंग की परिभाषा में आता है।
केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद उन्हें कारण बताओं नोटिस किया गया है। तीन दिन में जवाब नहीं आने पर पार्टी संविधान के अनुसार आगामी कार्रवाई को लेकर फैसला होगा।
- मदन राठौड, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा।
मुझे अभी कारण बताओ नोटिस के बारे में जानकारी नहीं है। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं। नोटिस प्राप्त होते ही तय समय अवधि में पार्टी नेतृत्व को जवाब प्रेषित करूंगा।
- किरोड़ीलाल मीणा, कैबिनेट मंत्री, राजस्थान सरकार।
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